हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, अलजज़ीरा के हवाले से बताया गया कि ज़ायोनिस्ट शासन के सार्वजनिक रेडियो ने इस इस्तीफे की पुष्टि की है बताया जा रहा है कि सेना के नए चीफ ऑफ स्टाफ ने डेनियल हागारी के प्रमोशन का विरोध किया था जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
इसके अलावा कुछ दिन पहले ज़ायोनिस्ट शासन की सेना के ऑपरेशन्स कमांडर "ओदेद बसियुक" ने भी इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 7 अक्टूबर 2023 की विफलता के कारण चार साल इस पद पर रहने के बाद इस्तीफा देने का फैसला किया।
ओदेद बसियुक ने ज़ायोनिस्ट सेना के चीफ ऑफ स्टाफ "एयाल ज़मीर" से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा उन्होंने 33 साल सेना में सेवा देने के बाद इस्तीफा दिया जिसे चीफ ऑफ स्टाफ ने स्वीकार कर लिया।
हालांकि, एयाल ज़मीर ने उनसे अनुरोध किया कि वे कुछ समय तक अपने पद पर बने रहें, क्योंकि सेना कई ऑपरेशनल चुनौतियों का सामना कर रही है।गोपनीय वार्तालापों में ओदेद बसियुक ने स्वीकार किया कि तूफान अलअक्सा हमले से पहले और इसके दौरान सेना की विफलताओं के लिए वह जिम्मेदार हैं।
ज़ायोनिस्ट सेना की आंतरिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन्स कमांड यूनिट युद्ध की वास्तविक स्थिति को सही ढंग से आकलन करने और सेना को उचित स्थानों पर तैनात करने में असफल रही।
उनका इस्तीफा ऐसे समय आया है जब ज़ायोनिस्ट सेना ने अपनी आंतरिक जांच रिपोर्ट में तूफान अलअक्सा अभियान से जुड़ी विफलताओं को सार्वजनिक किया था।
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