हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, सीरिया की राजधानी दमिश्क में आतंकी संगठन ISIS का काला झंडा खुलेआम दुकानों और सार्वजनिक स्थानों पर बिकते हुए देखा गया है। इस पर सरकार की कोई रोक-टोक नज़र नहीं आती।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स नामक एक मानवाधिकार निगरानी संस्था ने शनिवार की रात एक रिपोर्ट में खुलासा किया कि ISIS का प्रसिद्ध झंडा "अल उक़ाब", जो इस आतंकी समूह की पहचान बन चुका है दमिश्क के कुछ बाज़ारों में संबंधित नारों और स्टिकर्स के साथ खुलेआम बेचा जा रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह झंडे और प्रतीक हथियारों की दुकानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर बिना किसी प्रतिबंध के उपलब्ध हैं, और सरकारी एजेंसियों द्वारा कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है।
इस संगठन ने चेतावनी दी है कि सरकारी बेरुखी और चुप्पी से ऐसे प्रतीकों की सार्वजनिक स्वीकृति और आदत बढ़ सकती है, जो आने वाले समय में गंभीर और खतरनाक परिणामों का कारण बन सकती है।
यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब इस साल की शुरुआत में कुछ स्थानीय मीडिया ने ऐसी तस्वीरें प्रकाशित की थीं, जिनमें देखा गया कि शामी विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अलजौलानी के समर्थक दमिश्क के उपनगर "सहनाया" में प्रवेश करते समय बाज़ू पर ISIS का झंडा लगाए हुए थे।
अबू मोहम्मद अलजोलानी, जो पहले अलकायदा की सीरियाई शाखा "जभात अलनुसरा" का संस्थापक था और बाद में "हयात तहरीर अलशाम" का नेतृत्व करता रहा, अब दमिश्क में अपनी प्रभावी स्थिति बना चुका है।
2024 के अंत में उसने अपना राजनीतिक चेहरा बदलते हुए अहमद अल-शराअ नाम अपनाया, और कुछ ही समय बाद उसका नाम अमेरिका समेत कुछ देशों की प्रतिबंध सूची से हटा दिया गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि ISIS जैसे आतंकी समूह के झंडे की खुलेआम बिक्री सीरिया की आंतरिक स्थिति में एक नई और चिंताजनक दिशा की ओर इशारा करती है, जो भविष्य के लिए बहुत ख़तरनाक साबित हो सकती है।
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