हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,लखनऊ/दीन और हम" शॉर्ट टर्म रिलीजियस क्लासेज़ का सिलसिला जारी है इसी श्रृंखला की एक कड़ी के तहत अलमास हॉल के लेवल 2 में पढ़ा रहे शिक्षक मौलाना सय्यद हसनैन बाक़री साहब ने छात्रों को रमज़ानुल मुबारक के विशेषताओं और महत्व से अवगत कराते हुए कहा,रमज़ान का महीना रहमत,बरकत और मग़फ़िरत का महीना है।
इस महीने में मुसलमानों की विभिन्न व्यक्तिगत और सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ होती हैं। व्यक्तिगत ज़िम्मेदारियाँ जैसे रोज़ा रखना नमाज़ पढ़ना, क़ुरआन की तिलावत (पाठ), अल्लाह से रूहानी संवाद; वहीं दूसरी ओर कुछ सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ जैसे सदक़ा देना, मोमिनीन को भोजन कराना इफ़्तार का प्रबंध करना भी हमारे कंधों पर होती हैं।
इन कक्षाओं का लक्ष्य युवाओं को धर्म के प्रति समझ बढ़ाने और उन्हें अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने के लिए प्रेरित करना है यह कक्षाएं शहर के विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जा रही हैं।
अलमास हॉल में 2 कक्षाएं , गोल्डन पैलेस में 2 कक्षाएं,बाग़ सकीना (स.) मेहताब बाग़ में 1 कक्षा, - मिलन हॉल में 1 कक्षा। जो लोग इन कक्षाओं में भाग लेने के इच्छुक हैं, वे छात्र या मेहमान के रूप में कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं।
ये क्लासेज ऐनुल हयात ट्रस्ट की तरफ से आयोजित किये जाते हैं और हैदरी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी , तंज़ील अकादमी जमातुज़ ज़हरा और ताहा फाउंडेशन के सहयोग से किये जा रहे हैं | ज्ञात रहे ये क्लासेज का नवा दौर है जो 2012 में शुरू हुआ था |
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