हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराक़ची ने एक्स पर लिखा,ईरान का परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम हमेशा पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा है और रहेगा इसलिए इसकी तथाकथित ‘संभावित सैन्यीकरण’ जैसी कोई बात ही नहीं है।
हम किसी भी दबाव या धमकी के तहत बातचीत नहीं करेंगे। हम ऐसी किसी भी वार्ता को विचार योग्य तक नहीं मानते चाहे उसका विषय कुछ भी हो बातचीत और धौंस में अंतर होता है।
हम इस समय तीन यूरोपीय देशों के साथ और अलग से रूस और चीन के साथ समान परिस्थितियों और आपसी सम्मान के आधार पर विचार-विमर्श कर रहे हैं।
इसका उद्देश्य अधिक विश्वास और पारदर्शिता बढ़ाने के उपाय खोजना है ताकि ईरान के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को लेकर अधिक स्पष्टता हो सके और बदले में अवैध प्रतिबंध हटाए जा सकें।
अतीत में जब भी अमेरिका ने ईरान के साथ सम्मानपूर्वक संवाद किया उसे सम्मान ही मिला। लेकिन जब भी उसने धमकीभरी भाषा अपनाई, तो उसे ईरान के प्रतिरोध का सामना करना पड़ा हर क्रिया की अनिवार्य रूप से एक प्रतिक्रिया होती है।
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