हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,12 फरवर्दीन इस्लामी गणतंत्र दिवस के अवसर पर विलायत ए फकीह के प्रतिनिधि और क़ुम के गवर्नर के संयुक्त संदेश का पाठ इस प्रकार है।
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
12 फरवर्दीन ईरान के इस्लामी इतिहास में एक अविस्मरणीय दिन है जब गर्वित ईरानी राष्ट्र ने अपने निर्णायक मत से इस्लामी शासन और धार्मिक लोकतंत्र को स्थापित किया यह दिन स्वतंत्रता, आज़ादी और एक ऐसे राष्ट्र की दृढ़ता का प्रतीक है जिसने इमाम ख़ुमैनी (र.ह.) के नेतृत्व में गौरव और प्रगति का मार्ग चुना।
आज जब इस्लामी गणतंत्र ईरान अपने आदर्शों की दिशा में मज़बूती से आगे बढ़ रहा है दुनिया के मज़लूम अभी भी साम्राज्यवाद और अत्याचार के ख़िलाफ़ खड़े हैं। ग़ाज़ा के मज़लूम लोगों की सियोनिस्ट शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ प्रतिरोध और यमन के लोगों की आक्रमणकारियों के ख़िलाफ़ दृढ़ता, मुस्लिम राष्ट्रों की स्वतंत्रता और न्याय की भावना का प्रतीक है।
आज माननीय सर्वोच्च नेता के मार्गदर्शन और जनता तथा अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों के बल पर, इस्लामी गणतंत्र ईरान सभी चुनौतियों के बावजूद प्रगति, न्याय और स्वतंत्रता के मार्ग पर अग्रसर है।
हम 12 फरवर्दीन, इस्लामी गणतंत्र ईरान दिवस के आगमन पर समस्त ईरानी जनता विशेषकर क़ुम के धार्मिक और क्रांतिकारी निवासियों को बधाई देते हैं और अल्लाह तआला से हमारे प्यारे देश की बढ़ती हुई प्रतिष्ठा और शक्ति की दुआ करते हैं।
सैयद मोहम्मद सईदी
विलायत-ए-फकीह के प्रतिनिधि और इमाम-ए-जुमआ क़ुम
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