हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,ईरान के शहर हमदान के इमाम ए जुमआ हुज्जतुल इस्लाम फाज़िलियान ने जुमा के खुतबे के दौरान कहा,पूरी दुनिया इस्लामी क्रांति के रहबर (सुप्रीम लीडर) के बयानों को महत्व देती है वास्तव में रहबर दुनिया के लिए एक नेमत और बरकत हैं।ईरान की ताकत 'विलायत' की अनुसरणशीलता से जुड़ी हुई है।
उन्होंने रहबर के ईद-उल-फितर के भाषण का हवाला देते हुए कहा,दुश्मन का बाहर से हमला करना मुश्किल है क्योंकि वह जानता है कि उसे यक़ीनन मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
ट्रंप की धमकियाँ खोखली हैं दुश्मन यह भी जानता है कि अगर वह ईरान के अंदर फितना (अशांति) फैलाने की कोशिश करेगा तो उसे निराशा ही हाथ लगेगी।पिछले मौकों की तरह, इस बार भी ईरानी जनता उनके षड्यंत्रों का मुंहतोड़ जवाब देगी।
बाक़ी क़ब्रिस्तान की विध्वंस की निंदा,उन्होंने 8 शव्वाल वहाबियों द्वारा मदीना के बाक़ी क़ब्रिस्तान में इमामों की क़ब्रों के विध्वंस की तारीख का जिक्र करते हुए कहा,वहाबियों ने बाक़ी क़ब्रिस्तान में अहलेबैत (अ.स.) की पवित्र क़ब्रों को नष्ट किया हम इस घृणित कार्य की कड़ी निंदा करते हैं।
ईरान की सुरक्षा नीति ईरान ने हमेशा बाहरी दबाव और आंतरिक अशांति के खिलाफ मज़बूती दिखाई है।प्रतिरोध अक्ष (मुक़ाविमत धुरी)यह ईरान, हिज़बुल्लाह, और अन्य समर्थक गुटों का वह गठबंधन है जो अमेरिका और इज़राइल के विरोध में खड़ा है।
बाक़ी क़ब्रिस्तान का विध्वंस, 1925 में सऊदी वहाबियों ने इस्लामी इतिहास की कई महत्वपूर्ण हस्तियों की क़ब्रें नष्ट कर दी थीं, जिसकी शिया मुसलमानों द्वारा आलोचना होती है।
आपकी टिप्पणी