हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लखनऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ शिया धर्मगुरु इमामे जुमा लखनऊ मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी ने ईरान के किरमान शहर में होने वाले आतंकवादी धमाके में शहीद होने वालों के प्रति अपनी सांत्वना पेश करते हुए इस हमले में घायल होने वालों के जल्द ठीक होने की कामना की है।
मौलना कल्बे जवाद ने एक बयान जारी करके कहा है कि इंसानियत के दुश्मनों ने उस वक्त आतंकी हमला किया जब किरमान के गुलज़ारे शोहदा क़ब्रिस्तान में शहीद क़ासिम सुलेमानी की बरसी के मौक़े पर हज़ारों लोग जमा थे।
उन्होंने कहा कि यह आतंकवादी हमला उन्हीं ताक़तों के इशारे पर हुआ है जो क्षेत्र में आतंकवाद और युद्ध को बढ़ावा दे रहीं हैं।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि क्षेत्र में ईरान के बढ़ते प्रभाव और एकध्रुवीय व्यवस्था के ख़त्म होने से दुश्मन भयभीत है, इसीलिए वह ऐसे कायरतापूर्ण हमलों से शहादत का जज़्बा रखने वाले राष्ट्र को डराना चाहते हैं,जो एक पागल आदमी के ख़्वाब की मिसाल है।
उन्होंने कहा कि ईरान के साथ आमने-सामने की लड़ाई में हर बार दुश्मनों को हार मिली है, इसलिए अब वह इस तरह के कायरतापूर्ण क़दम उठा रहे हैं। इमामे जुमा लखनऊ ने कहा कि जनरल क़ासिम सुलेमानी, अबू मेहदी अलोमहन्दिस और उनके अन्य साथियों को भी बग़दाद एयरपोर्ट के बाहर ड्रोन हमले में शहीद किया गया था, क्योंकि दुश्मन युद्ध के मैदान में उनका सामना करने से डरता था।
उन्होंने कहा कि किरमान में हुआ आतंकी हमला एक निंदनीय और अमानवीय क़दम है, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, "हम इस आतंकवादी हमले में शहीद हुए लोगों के परिवारों,रिश्तेदारों विशेष रूप से इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई और पूरे ईरानी राष्ट्र की सेवा में में अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।