हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,अहवाज़ के इमामे जुमा हज़रत हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना मूसवी फ़र्द ने कहा कि इंसान की सच्ची कामयाबी और खुशहाली अल्लाह तआला के आदेशों की आज्ञापालन में है उन्होंने दुआ की हम सब इस्लामी क्रांति और उसके महान नेता के सच्चे सिपाही बनकर दुनिया में रहें।
यह बात उस समय कही गई जब अहवाज़ में हज़रत हुज्जत अ.ज. टैंक ब्रिगेड के बहादुर सैनिकों ने शहीदों और इस्लामी इंक़ेलाब के आदर्शों से अपने वफ़ादारी को दोहराते हुए इमामे जुमा मौलाना मुसवी फ़र्द से मुलाकात की।इस अवसर पर ब्रिगेड के कमांडर सरदार शम्सी ने दुश्मनों की धमकियों और साज़िशों के मुकाबले में सैनिकों की तैयारियों पर ज़ोर दिया।
ब्रिगेड के वैलिये फ़क़ीह के प्रतिनिधि मौलाना सैय्यद अब्दुल लतीफ़ ताबतबाई ने कहा कि इस्लामी क्रांति के नेता हमेशा सैनिकों में रूहानियत (आध्यात्मिकता) को बढ़ाने पर ज़ोर देते हैं। इसी उद्देश्य से सैनिकों के बीच धार्मिक और ईमानी मज़बूती के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कुरआन संबंधी कक्षाएँ, धार्मिक कार्यक्रम, सैनिकों और उनके परिवारों को मदीना और मक्का भेजना, शिक्षा सम्बन्धी सहायता पैकेज देना, ज़रूरतमंद क्षेत्रों में सेवा कार्य और शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित करना, सब इस दिशा में किए जा रहे प्रयास हैं।
अंत में इमामे जुमा मौलाना मुसवी फ़र्द ने कहा कि एक महीने की इबादत और बंदगी से इंसान के भीतर तक़वा और अल्लाह से क़ुर्ब हासिल होता है। जो इंसान अल्लाह की बंदगी में पूरी तरह उतर आता है, उसके लिए अन्य कामयाबियाँ भी आसान हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि सैनिकों और समाज में नहजुल बलाग़ा (हज़रत अली की शिक्षाओं) को विशेष महत्व दिया जाना चाहिए क्योंकि इस पर खुद इस्लामी क्रांति के नेता भी बल देते हैं।
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