मंगलवार 22 अप्रैल 2025 - 09:01
पोप फ्रांसिस ने धर्मों के बीच, खासकर इस्लाम और ईसाई धर्म के बीच, संबंधों को मजबूत करने के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं

हौज़ा / पोप फ्रांसिस ने एक मानवीय और नैतिक दृष्टिकोण के साथ, खासकर इस्लाम और ईसाई धर्म के बीच संबंधों को मजबूत करने, आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने, न्याय की सलाह देने और दुनिया में अन्याय और अत्याचार का विरोध करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए। उन्होंने विभिन्न धर्मों के बीच संवाद और भाईचारे को बढ़ावा दिया और शांति, सहिष्णुता और समानता के लिए काम किया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा हाए इल्मिया के निदेशक आयतुल्लाह अली रज़ा आराफ़ी ने कैथोलिक नेता पोप फ़्रांसिस के निधन पर विश्व के कैथोलिक ईसाई समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त की उनकी शोक संदेश और संवेदना का पूरा पाठ इस प्रकार है। 

बिस्मिल्लाहिर्राहमानिर्राहीम

माननीय महोदयगण, वेटिकन के सम्मानित अधिकारीगण, और विश्व के कैथोलिक ईसाई समुदाय,

सलाम व ऐहतराम

गहरे दुःख और शोक के साथ, हमें कैथोलिक चर्च के जनप्रिय नेता, माननीय पोप फ्रांसिस के निधन की सूचना प्राप्त हुई। इस महान क्षति पर हम वेटिकन के सम्मानित अधिकारियों और सभी ईसाई धर्मावलंबियों को दिल की गहराई से संवेदना प्रकट करते हैं । पोप फ्रांसिस एक प्रमुख और प्रभावशाली व्यक्तित्व थे जिन्होंने धर्मों के बीच संवाद और राष्ट्रों के बीच शांति और सहअस्तित्व को बढ़ावा दिया। उन्होंने मानवीय और नैतिक दृष्टिकोण से काम करते हुए, खासकर इस्लाम और ईसाई धर्म के बीच संबंधों को मजबूत करने, आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों को फैलाने, न्याय की सलाह देने और दुनिया में अन्याय और अत्याचार का विरोध करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए।

हम अल्लाह तआला से उनकी आत्मा की शांति और इलाही लुत्फ की दुआ करते हैं और कैथोलिक ईसाई समुदाय के लिए धैर्य और सहनशीलता की कामना करते हैं।

पुनः ऐहतराम और संवेदना सहित

अली रज़ा आराफ़ी
हौज़ा हाए इल्मिया के प्रमुख

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