हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज़ हाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने केंद्रीय कार्यालय नजफ़े अशरफ इराक़ में कुवैत के राजदूत जनाब हसन मोहम्मद अलज़म़ान और उनके साथ आए वफ़द का स्वागत किया।
मुलाक़ात की शुरुआत में मरज ए आली क़द्र ने इराक़ और कुवैत के दरमियान द्विपक्षीय संबंधों को समाजी, सियासी और मआशी मैदानों में मज़बूत करने की अहमियत पर ज़ोर दिया, ताकि दोनों बरादर मुमालिक की अवाम की ख़िदमत की जा सके।
मरज ए आली क़द्र ने फ़रमाया कि इराक़ी और कुवैती अवाम दोनों ने साबिक़ ज़ालिम निज़ाम की ज़्यादतियों और ज़ुल्म का सामना किया है। इस मरहले से फ़ायदा उठाते हुए दोनों हमसाया मुमालिक के दरमियान भाईचारा और बरादरी के रिश्तों को मज़ीद मज़बूती दी जाए और और मिलकर क्षेत्र में शांति और स्थिरता को प्रोत्साहित किया जाए।
दूसरी जानिब, कुवैती राजदूत ने मरज ए आली क़द्र का पुरतपाक स्वागत पर शुक्रिया अदा किया, और उम्मत ए मुस्लिमा और हौज़े इल्मिया की ख़िदमत में उनके अहम किरदार का एतिराफ करते हुए इस पर ताअक़ीद की।
साथ ही मेहमान राजदूत ने मुलाक़ात के लिए यह क़ीमती मौक़ा फ़राहम करने पर मरज ए आली क़द्र का शुक्रिया अदा किया और संयम की संस्कृति को आम करने और इस्लामी मुमालिक के दरमियान भाईचारा के रिश्तों को मज़बूत करने में उनके अहम किरदार की तारीफ़ की।
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