हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराक़ची ने आज सुबह (रविवार, 25 ख़ोर्दाद) तेहरान में मौजूद विदेशी राजदूतों से मुलाक़ात में कहा,आप सभी ने ग़ाज़ा में देखा कि क़ब्ज़ाधारी इजरायल के हाथों न सिर्फ़ मासूम फ़िलिस्तीनी जनता शहीद हुई, बल्कि मानवाधिकार, अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून, अंतरराष्ट्रीय अधिकार और सभी वैश्विक मानक भी ग़ाज़ा में मार डाले गए।
उन्होंने ईरान पर जायोनी हमले की ओर इशारा करते हुए आगे कहा,इस बार जायोनी शासन ने अंतरराष्ट्रीय क़ानून की रेड लाइन पार कर दी है, और वह है एक परमाणु सुविधा पर हमला जो अंतरराष्ट्रीय क़ानून का खुला उल्लंघन और एक गंभीर अपराध माना जाता है, जिसकी हर हाल में मनाही है। दुर्भाग्य से इस कार्रवाई पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उदासीनता देखने को मिली हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान अपने जायज़ बचाव को पूरी शक्ति के साथ जारी रखेगा और हमारे सशस्त्र बल अपनी ज़िम्मेदारियाँ पूरी सामर्थ्य और अधिकार के साथ निभाएँगे।
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