हौज़ा न्यूज़ एजेंसी हिन्दीं के अनुसार, कर्नल अली अकबर करीमपुर ने बताया कि हमादान प्रांत की रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की इंटेलिजेंस टीम की 24 घंटे की मेहनत और लगातार कोशिशों के बाद 6 देशद्रोहियों की पहचान की गई।
जो मोसाद के गंदे मकसद को पूरा करने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रज़ान, नहावंद और हमादान शहरों में गिरफ्तार किया गया।
अली अकबर करीमपुर के मुताबिक, इन लोगों को देशद्रोही तत्व करार दिया गया है, जो ऑनलाइन गतिविधियों के जरिए जनता में डर फैलाने, इस्लामिक व्यवस्था की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और उसकी छवि को धूमिल करने में शामिल थे।
अधिकारियों का कहना है कि इनकी गतिविधियों का मकसद सोशल मीडिया के माध्यम से जनमत को ईरान की इस्लामिक क्रांति के खिलाफ भड़काना था।
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