हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मरजा-ए-तकलीद हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा हुसैन नूरी हमदानी ने सरदार मुजाहिद अली शादमानी की शहादत पर अपने शोक संदेश में उनकी निष्ठावान जिहादी ज़िंदगी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शहादत इमाम हुसैन (अ.स.) के शोक के दिनों (अय्याम-ए-अज़ा) में एक अर्थपूर्ण घटना है और उनके जनाज़े में मोमिनीन की भागीदारी, वैश्विक साम्राज्यवाद (इस्तकबार) के खोखले प्रचार का मजबूत और ठोस जवाब होगी।
आयतुल्लाह नूरी हमदानी ने कहां,सालार-ए-शोहदा हज़रत अबा अब्दिल्लाह अलहुसैन (अ.स.) के शोक के दिनों में इस मुखलिस (ईमानदार) और मुजाहिद भाई सरदार अली शादमानी (रहमतुल्लाह अलैह) की शहादत पर ईरान के सभी मोमिन लोगों, खासकर शहीद-परवर और 'दारुल मोमिनीन' शहर हमदान के निवासियों को बधाई और संवेदना देता हूँ।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा,निस्संदेह यह शहीद और अन्य शहीदों का पवित्र खून, ज़ायोनी अत्याचार और कब्ज़ा करने वाली ज़ायोनी सरकार के खात्मे में प्रभावी साबित होगा।
आयतुल्लाह ने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की जनता की एकता और दृढ़ता की सराहना करते हुए कहा कि अल्लाह, इमाम-ए-ज़माना (अ.ज.) और वली-ए-फकीह की रहनुमाई में यह महान उम्मत (कौम) सफलता और विजय प्राप्त करेगी।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा,शहीदों के जनाज़े में मोमिनीन की जोशपूर्ण भागीदारी, साम्राज्यवादी ताकतों और उनके नेताओं के बेबुनियाद प्रोपेगैंडा के खिलाफ एक मजबूत और तर्कसंगत जवाब है।
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