रविवार 10 अगस्त 2025 - 23:04
इस्लामी क्रांति का अभिन्न अंग है प्रतिरोध मोर्चे का समर्थन

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन हाजी अबुलक़ासिम दौलाबी ने प्रतिरोध समूहों को निरस्त्र करने की दुश्मनों की योजना का हवाला देते हुए कहा, प्रतिरोध मोर्चे का समर्थन और दुश्मनों की योजना का मुकाबला करना, इस्लामी क्रांति के सिद्धांत का एक अभिन्न हिस्सा है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद हाजी अबुलकासिम दौलाबी ने कहां, अत्याचार के खिलाफ प्रतिरोध मुसलमानों की पहचान का हिस्सा है।

उन्होंने कहा,इस्लामी उम्मत ने इतिहास में हमेशा अहंकारी और साम्राज्यवादी ताकतों का विरोध किया है, और इस्लामी क्रांति के उदय के साथ यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई है।

मजलिस ए खुबरेगान रहबरी के पूर्व सदस्य ने कहा, सुप्रीम लीडर ने बार-बार पश्चिमी अत्याचार और सियोनीस्त शासन के खिलाफ विभिन्न समूहों के संघर्ष के इतिहास का उल्लेख करते हुए जोर दिया है कि 'प्रॉक्सी ग्रुप्स' की अवधारणा दुश्मनों के बीमार और अहंकारी दिमाग की उपज है। सच तो यह है कि कई इस्लामी प्रतिरोध समूह इस्लामी गणतंत्र की स्थापना से पहले अस्तित्व में आए थे।

आज हम इस्लामी क्रांति के इतिहास में एक नाजुक दौर से गुजर रहे हैं,उन्होंने कहा,आज हम इस्लामी क्रांति के इतिहास में एक नाजुक दौर से गुजर रहे हैं दुश्मनों के प्रचार के विपरीत, प्रतिरोध मोर्चा पहले से अधिक शक्तिशाली और मजबूत है और सियोनी शासन की साजिशों के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है। 

हुज्जतुल इस्लाम दौलाबी ने प्रतिरोध समूहों को निरस्त्र करने की दुश्मनों की योजना का हवाला देते हुए कहा,प्रतिरोध मोर्चे का समर्थन इस्लामी क्रांति के सिद्धांत का अभिन्न हिस्सा है। प्रतिरोध मोर्चे के कई कमांडरों की शहादत ने मुसलमानों के बीच बलिदान की भावना को और मजबूत किया है।

इस्लामी गणतंत्र हिज़्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण के अन्यायपूर्ण प्रस्ताव का विरोध करता है उन्होंने आगे कहा,इस्लामी गणतंत्र विभिन्न तरीकों से हिज़्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण और हमास को ग़ज़्जा के प्रशासन से हटाने के अन्यायपूर्ण प्रस्ताव का दृढ़ता से विरोध कर रहा है और अमेरिका की सियोनी शासन को समर्थन देने की योजना को सफल नहीं होने देगा।

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