शुक्रवार 19 सितंबर 2025 - 11:32
शहीद मुताहरी की नज़र में अल्लामा तबातबाई की सबसे बड़ी विशेषता

हौज़ा / उस्ताद मुर्तज़ा मुताहरी के अनुसार, अल्लामा सय्यद मुहम्मद हुसैन तबातबाई के प्रति उनके हृदय में असाधारण सम्मान का वास्तविक कारण यह था कि वे न केवल दर्शनशास्त्र और रहस्यवाद के विशेषज्ञ थे, बल्कि अहले-बैत (अ) के सच्चे प्रेमी भी थे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उस्ताद मुर्तज़ा मुताहरी ने कहा, अल्लामा सय्यद मुहम्मद हुसैन तबातबाई के प्रति उनके हृदय में असाधारण सम्मान का वास्तविक कारण यह था कि वे न केवल दर्शनशास्त्र और रहस्यवाद के विशेषज्ञ थे, बल्कि अहले-बैत (अ) के सच्चे प्रेमी भी थे।

उस्ताद मुताहरी ने कहा: "मैंने कई दार्शनिकों और रहस्यवादियों को देखा है, लेकिन मैं अल्लामा तबातबाई का आदर न केवल इसलिए करता हूँ क्योंकि वे एक महान दार्शनिक थे, बल्कि इसलिए भी कि वे अहले-बैत (अ) के एक भावुक प्रेमी थे।"

उस्ताद मुताहरी ने एक घटना का वर्णन करते हुए कहा कि अल्लामा तबातबाई रमज़ान के महीने में रोज़ा खोलने से पहले हज़रत मासूमा (स) की दरगाह पर जाते थे, सबसे पहले वे पवित्र दरगाह को चूमते थे और फिर घर जाकर खाना खाते थे। उनकी यही विशेषता मुझे उनसे प्रेम करने लगी।

उन्होंने आगे कहा कि अल्लामा तबातबाई अक्सर शुक्रवार को आयोजित शोक सभाओं में शामिल होते थे और टूटे हुए दिल से रोते थे।

उस्ताद मुताहरी के अनुसार, यह तथ्य दर्शन, रहस्यवाद और अहले-बैत (अ) के प्रति प्रेम के सुंदर संयोजन का प्रतीक था, जिसे वे आदर का वास्तविक आधार मानते थे।

स्रोत: किताब मंजूमा ए मारफ़त, पेज 92-93

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