बुधवार 15 अक्तूबर 2025 - 10:50
मस्जिदों को समाज की हिदायत और नौजवान जस्ल की शिक्षा का केंद्रीय बनाना चाहिए

हौज़ा / आयतुल्लाह तबातबाई नेज़ाद ने कहा, मस्जिदों को समाज के मार्गदर्शन और युवा पीढ़ी की शिक्षा में एक आदर्श होना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , ईरान के शहर इस्फ़हान के इमाम-ए-जुमआ आयतुल्लाह सैयद यूसुफ तबातबाई नेज़ाद ने एक कार्यक्रम में मस्जिदों की सामाजिक भूमिका पर प्रकाश डाला।

उन्होंने आयतों और रिवायतों के आधार पर मस्जिद को इतिहास में जनता के मार्गदर्शन का केंद्र बताते हुए कहा,मस्जिद का आबाद होना सिर्फ इमारतों और अच्छी बिल्डिंग आदि तक सीमित नहीं है, बल्कि मस्जिद का सम्मान, व्यर्थ बातों से परहेज़ और मस्जिदों को सक्रिय रखना भी उसकी आबादी के लक्षणों में से है।

आयतुल्लाह तबातबाई नेजाद ने कहा, जिन लोगों ने मकतब ए इस्लाम में सफलता पाई वे सभी मस्जिद से जुड़े हुए थे और जितना हम मस्जिद से दूर होते हैं, दीन से भी उतना ही दूर हो जाते हैं।

उन्होंने कहा,इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम फरमाते हैं कि "तुमपर ज़रूरी है कि मस्जिदों को आबाद रखो" यानी मस्जिद जाने को महत्व दो क्योंकि मस्जिदें अल्लाह का घर हैं और जो व्यक्ति पवित्र कपड़े और पवित्र शरीर के साथ मस्जिद जाता है, अल्लाह उसे पवित्र करता है और अपने ज़ायरीन में गिनता है।

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