गुरुवार 23 अक्तूबर 2025 - 16:06
जामिया अल-रशीद कराची द्वारा इस्लामी क्रांति पर लगाए गए निराधार आरोपों की निंदा की

हौज़ा / पाकिस्तान के अहल-ए-सुन्नत (देओबंदी) धार्मिक मदरसों में से एक प्रतिष्ठित संस्था जामिया अल-रशीद के निदेशक मुफ्ती अब्दुर रहीम ने हाल ही में इस्लामी गणराज्य ईरान की इस्लामी क्रांति पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। मुफ्ती साहब का दावा है कि 1980 के दशक में ईरान की इस्लामी क्रांति ने पाकिस्तान में “तब्ररी” के प्रसार और शिया-सुन्नी सांप्रदायिक मतभेदों को बढ़ावा दिया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कराची पाकिस्तान के अहल-ए-सुन्नत (देओबंदी) धार्मिक मदरसों में से एक प्रतिष्ठित संस्था जामिया अल-रशीद के निदेशक मुफ्ती अब्दुर रहीम ने हाल ही में इस्लामी गणराज्य ईरान की इस्लामी क्रांति पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। मुफ्ती साहब का दावा है कि 1980 के दशक में ईरान की इस्लामी क्रांति ने पाकिस्तान में “तब्ररी” के प्रसार और शिया-सुन्नी सांप्रदायिक मतभेदों को बढ़ावा दिया।

यह बयान अत्यंत खेदजनक है विशेषकर तब जब इस्लामी क्रांति ईरान ने हमेशा उम्मत ए इस्लामिया की एकता, विभिन्न इस्लामी मज़हबी समूहों के पवित्र प्रतीकों के सम्मान और भाईचारे को अपनी नीति का मुख्य हिस्सा बनाया है। ईरान की इस्लामी सरकार ने हमेशा मुस्लिम जगत में एकता और आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक कदम उठाए हैं, और अहल-ए-सुन्नत के पवित्र व्यक्तित्वों का अपमान करने को हराम करार दिया है।

यह उल्लेखनीय है कि हाल के वर्षों में जामिअतुल मुस्तफा अल-आलमिया के प्रमुख डॉक्टर अली अब्बासी ने पाकिस्तान के अपने दौरों के दौरान जामिया अल-रशीद का दौरा किया था। उस दौरान उन्होंने मुफ्ती अब्दुर रहीम से मुलाकात की थी और इमाम खोमैनी (रह) और आयतुल्लाह ख़ामेनेई के उम्मत-ए-इस्लामिया की एकता संबंधी विचारों पर रचनात्मक चर्चा की थी।

हम जामिया अल-रशीद के इस रुख की कड़ी निंदा करते हैं, क्योंकि यह इस्लामी क्रांति और तशय्यु (शिया मत) की ओर से उम्मत की एकता और भाईचारे के लिए की गई कोशिशों और कुर्बानियों की महत्ता को ठेस पहुँचाता है। हम इसे शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और इस्लामी एकता की भावना के विरुद्ध समझते हैं।

हमारी यह मांग है कि जामिया अल-रशीद अपने बयानों में इस्लामी एकता के उसूलों का ध्यान रखे और उम्मत के बीच आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देने में सकारात्मक किरदार निभाए।

लेखक:मोहम्मद अहमद फतीमी

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