हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, क़ुम के वारेसान इंस्टीट्यूट के निदेशक हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद करीमीयान ने कहा कि एक सफल छात्र बनने के लिए संगठित योजना, पेशेवर अंदाज़ में पढ़ाई और लगातार अध्ययन बहुत ज़रूरी हैं।
उन्होंने “तलईए-हुज़ूर” नाम की यज़्द प्रांत में आयोजित एक कॉन्फ़्रेंस में बोलते हुए कहा कि छात्र जीवन में प्रवेश करने के लिए तैयार रहना और अपने अध्ययन के लिए उद्देश्यमय तथा व्यवस्थित योजना बनाना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी और पेशेवर ढंग से ज्ञान अर्जित करना ही सफलता की मूल कुंजी है।

करीमीयान ने छात्रों की मानसिक वृद्धि और सोच के विस्तार के लिए अतिरिक्त अध्ययन की अहमियत बताते हुए कहा कि छात्र जीवन केवल कक्षा और पाठ तक सीमित नहीं होना चाहिए। हर दिन नियमित और विविध अध्ययन, नोट्स लिखना, विचारों का विश्लेषण करना और कक्षा में सक्रिय भाग लेना यही एक छात्र की सफलता की असली नींव है। उन्होंने कहा कि साहित्य, उपन्यास, कहानी, नाटक के साथ-साथ धार्मिक और आस्थागत किताबें भी रोज़ के अध्ययन का हिस्सा होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि याद रखें अध्ययन हमेशा सोच-विचार और अभ्यास के साथ होना चाहिए। सारांश लिखना, विश्लेषण करना और चर्चाओं की पुनरावृत्ति करना सीखने को मज़बूत बनाता है और दिमाग़ को विषयों के गहरे और व्यावहारिक पहलुओं से परिचित करता है। सफल छात्र वह है जो केवल ज्ञान इकट्ठा न करे, बल्कि उसे अपनी ज़िंदगी, आचरण और प्रचार कार्य में प्रभावी ढंग से इस्तेमाल भी करे।
अंत में, उन्होंने लाइफ स्किल्स के विकास पर बल देते हुए कहा कि समय प्रबंधन, योजना बनाना, संवाद-संबंध, विश्लेषणात्मक सोच, बच्चों की परवरिश और प्रचार-कौशल जैसी चीज़ें हर छात्र के लिए पढ़ाई की शुरुआत से ही बेहद ज़रूरी हैं। उन्होंने बताया कि कौशल का विकास केवल सैद्धांतिक ज्ञान से नहीं होता, बल्कि लगातार अभ्यास और व्यावहारिक अनुभव से हासिल किया जाता है।
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