हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , तेहरान से मसलहत-ए-निज़ाम काउंसिल के प्रमुख आयतुल्लाह आमोली लारीजानी ने काउंसिल की बैठक में ज़ायोनी शासन द्वारा युद्धविराम के उल्लंघन की आलोचना करते हुए कहा, युद्धविराम शुरू होते ही ज़ायोनी शासन ने ग़ाज़ा शहर पर कई बार हमले किए हैं और अनेक मुसलमानों और मोमिनों को शहीद किया है।
इसलिए युद्धविराम के बाद नए हमलों की तीव्रता की घोषणा उस अत्याचार का ही सिलसिला है जो पिछले दो वर्षों से मज़लूम ग़ाज़ा की जनता के खिलाफ जारी है।
उन्होंने कहा,पिछले दो वर्षों के दौरान ग़ाज़ा की जनता के खिलाफ ज़ायोनी शासन ने सभी मानवीय और नैतिक सीमाएँ पार कर दी हैं ट्रम्प ने क्षेत्र में आकर एक प्रोपेगेंडा शो किया और शांति का लिबास पहना” ताकि “एक बड़े धोखे और फरेब” का प्रदर्शन कर सके, लेकिन व्यावहारिक रूप से युद्धविराम समझौते के बाद से अब तक ग़ाज़ा के बहुत से मुसलमान शहीद हो चुके हैं।
आयतुल्लाह आमोली लारीजानी ने ग़ाज़ा में साठ हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की शहादत पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर अफसोस जताया। उन्होंने यह भी कहा कि कई महीनों से ग़ाज़ा के लाखों लोगों को पीड़ा देने के लिए भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, स्कूलों, अस्पतालों और आम जनता के घरों को तबाह किया जा रहा है।
यह सब इस बात का सबूत है कि मानवाधिकारों के समर्थन का पश्चिमी दावा केवल अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों के खोखले शब्द हैं।
मसलहत-ए-निज़ाम काउंसिल के प्रमुख ने ज़ोर देकर कहा कि ग़ाज़ा में ज़ायोनी शासन के अत्याचारों के लिए अमेरिका और यूरोप का समर्थन इस बात का प्रमाण है कि पश्चिम द्वारा प्रचारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था वास्तव में ज़बरदस्ती और गुंडागर्दी की व्यवस्था है उन्होंने कहा: ट्रम्प का यह दावा कि “हम शक्ति के माध्यम से शांति लागू करेंगे महज़ एक झूठ है।
 
             
                 
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                         
                                        
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