सोमवार 10 नवंबर 2025 - 20:40
परिवार और समाज को सोशल मीडिया और आधुनिक प्रौद्योगिकियों के नुकसान से बचाया जाए

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन हामिद मल्की ने कहा, आज चूंकि आधुनिक प्रौद्योगिकियां और सोशल मीडिया मानव समाजों में प्रवेश कर चुका हैं, इसलिए कुरआन करीम के आदेश के अनुसार यह आवश्यक है कि हम उनके संभावित नुकसानों से अवगत हों और अपने आप को और अपने परिवार को उसके नुकसान से सुरक्षित रखें।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के प्रमुख के उपाध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लिमीन हामिद मलकी ने हौज़ा न्यूज़ के प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान कहा, समाज, विशेष रूप से धार्मिक और हौज़ा वाले माहौल में यह जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है कि इन प्रौद्योगिकियों के प्रभावों और उनसे होने वाले असर से सुरक्षा की जाए और वैज्ञानिक व ईमानी जागरूकता को मजबूत रखा जाए।

उन्होंने कहा,जब सोशल मीडिया और डिजिटल माहौल समाज में घर कर जाता है, तो जरूरी है कि हम खुद को और अपने परिवार वालों को उनके नकारात्मक प्रभावों से बचाएं। कुरआन हकीम का स्पष्ट आदेश है कि केवल अपनी ही नहीं बल्कि अपने घर वालों और अपनी देखरेख में रहने वाले लोगों की सुरक्षा भी हम पर अनिवार्य है।

हौज़ा-ए-इल्मिया क़ुम के कार्यवाहक प्रमुख ने कहा,घर और परिवार, शिक्षा-दीक्षा और व्यक्तित्व निर्माण की बुनियादी कड़ी है। शिक्षक अपनी कक्षा का, गुरु अपने शिष्यों का और जिम्मेदार व्यक्ति अपनी निगरानी में रहने वाले लोगों का रक्षक है ताकि वे गुमराही और बौद्धिक व नैतिक प्रदूषण से बच सकें।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मल्की ने कहा, सोशल मीडिया के नुकसान का मुख्य निशाना सबसे ज्यादा "परिवार" है। कुरआन करीम ने शिक्षा-दीक्षा का केंद्र घर-परिवार को बनाया है, जैसा कि सूरह फुरकान की आयत नंबर 74 में दुआ मांगी गई है:

«رَبَّنَا هَبْ لَنَا مِنْ أَزْوَاجِنَا وَذُرِّيَّاتِنَا قُرَّةَ أَعْيُنٍ وَاجْعَلْنَا لِلْمُتَّقِينَ إِمَامًا»
यह कुरआन करीम की बहुत ही खूबसूरत दुआ है जिसमें परिवार की पवित्रता, शांति और आध्यात्मिक महानता का वर्णन है।

उन्होंने कहा,वह परिवार जिसमें पति-पत्नी के बीच का बंधन मजबूत रहे, माता-पिता और संतान के रिश्ते सही आधार पर कायम रहें और पारिवारिक व्यवस्था मजबूत हो, वही परिवार धर्म और फितरत के रास्ते पर अधिक टिकाऊपन के साथ चलता है।

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