बुधवार 3 दिसंबर 2025 - 05:40
मौत की याद ज़िंदगी में सुकून का ज़रिया है

हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में मौत की याद को ज़िंदगी में सुकून और शांति का ज़रिया बताया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत “ग़ेरर उल हिकम” किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال امیر المؤمنین علیہ السلام:

مَن ذَكَرَ المَوتَ رَضِيَ مِنَ الدُّنیا بِالیَسیرِ

अमीरूल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस्सलाम) ने फ़रमाया:

जो कोई मौत को याद रखता है, वह इस दुनिया के थोड़े से हिस्से से भी खुश रहता है।

ग़ेरर उल हिकम, हदीस 8843

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