हौज़ा / रांची के इमाम जुमा और जमात ने जश्न को संबोधित करते हुए कहा कि "कर्मों की स्वीकृति का नाम अली से प्यार है, अली के प्यार के बिना धर्म और विश्वास दोनों अधूरे हैं"।
हौज़ा / मौला ए मुत्तक़यान हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ) के जन्म दिन के शुभ अवसर पर अपने प्रिय पाठको की सेवा मे बधाई देते है। इस महान अवसर पर अहले-बैत (अ) के कवि अस्करी इमाम ख़ान जौनपुरी का कसीदा प्रस्तुत…