गुरुवार 18 दिसंबर 2025 - 11:25
धर्मों और मतों के बीच सद्भाव वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है

हौज़ा / मौलाना अशफ़ाक़ वहीदी ने कहा, हर धर्म मानव निर्माण करता है और समाज का सर्वश्रेष्ठ इंसान बनाता है, इसलिए सभी धर्मों को चाहिए कि वे 'एक उम्मत' का व्यावहारिक चित्रण प्रस्तुत करें। हम दुनिया भर में विशेष रूप से पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में हुए आतंकवाद की पूरी तरह से निंदा करते हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , शिया उलमा काउंसिल पाकिस्तान के नेता और ऑसपैक इंटरफेथ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना अशफ़ाक़ वहीदी ने प्रांतीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सरदार रमेश सिंह और बिशप डॉक्टर जोसेफ से मुलाक़ात में बातचीत करते हुए कहा, धर्मों और मतों के बीच सद्भाव वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, इस्लाम ने हमेशा सभी धर्मों के पवित्र स्थानों और इंसान की गरिमा और इज़्ज़त व नामूस के संरक्षण का संदेश दिया है। क्रिसमस ईसाई समुदाय का एक धार्मिक त्योहार है।

धर्मों और मतों के बीच सद्भाव वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है



हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम मुसलमानों के पैग़ंबर हैं लेकिन उनका संदेश पूरी उम्मत के लिए शांति, एकता और एकजुटता, भाईचारे और दिलों को जोड़ने का है। नफ़रत, भेदभाव और आतंकवाद से क़ुरआन ने सख़्ती से मना किया है।

मौलाना अशफ़ाक़ वहीदी ने आगे कहा,देश पाकिस्तान के निर्माण और सुदृढ़ीकरण के लिए सभी धर्मों की भूमिका अत्यंत आवश्यक है।

धर्मों और मतों के बीच सद्भाव वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है

उल्लेखनीय है कि प्रांतीय मंत्री रमेश सिंह ने मौलाना अशफ़ाक़ वहीदी के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक सद्भाव के लिए संघर्ष की सराहना करते हुए कहा,आज वैश्विक स्तर पर ऐसे संदेश की आवश्यकता है जो आतंकवाद के ख़ात्मे और मानवता के अस्तित्व के लिए प्रभावी साबित हो।

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