शनिवार 20 दिसंबर 2025 - 16:51
अमेरिकी राजनेता द्वारा क़ुरआन करीम की बेहरमती पश्चिमी सभ्यता की विफलता की निशानी है

हौज़ा / नजफ़ अशरफ़ के इमाम ए जुमआ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैय्यद सदरुद्दीन क़बानची ने अमेरिकी कांग्रेस के एक उम्मीदवार की ओर से क़ुरआन करीम की बेहुरमती के क़दम की कड़ी निंदा की है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , नजफ़ अशरफ़ के इमाम ए जुमआ हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैय्यद सदरुद्दीन क़बानची ने अमेरिकी कांग्रेस के एक उम्मीदवार की ओर से क़ुरआन करीम की बेहुरमती के क़दम की कड़ी निंदा की है।

हुसैनिया ए आज़म फ़ातिमिया, नजफ़ अशरफ़ में जुमे के ख़ुत्बे के दौरान अमेरिकी कांग्रेस के एक उम्मीदवार द्वारा क़ुरआन करीम की बेहुरमती के अमल की सख़्त मज़म्मत की और इसे पश्चिम की तहज़ीबी और सांस्कृतिक नाकामी तथा इस्लाम से सही तरीक़े से मुक़ाबला करने में असफलता की दलील क़रार दिया।

उन्होंने अपने बयान के एक अन्य हिस्से में साल के अंत में होने वाली तक़रीबात के दौरान इस्लामी उसूलों की पाबंदी की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और कहा कि उलेमा के फ़तवे इस बात की तस्दीक़ करते हैं कि वे तक़रीबात जो इस्लाम के अलावा किसी और चीज़ की तिज़ारत या तशहीर करें, हराम हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम इन त्योहारों के मौक़े पर ईसाइयों को मुबारकबाद भी देते हैं।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सदरुद्दीन क़बानची ने अमेरिकी उम्मीदवार के इस क़दम की खुली निंदा करते हुए इसे नस्ली इख़्तिलाफ़ात से नाजायज़ फ़ायदा उठाने की एक ख़बीस कोशिश और दीन के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने की वाज़ेह मिसाल बताया, जो किसी भी सूरत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में नहीं आती।

उन्होंने इस अमल को अमेरिका के बहुसांस्कृतिक समाज का अपमान क़रार दिया और कहा कि यह ईसाइयत, यहूदियत समेत तमाम आसमानी मज़हबों के मानने वालों के मुक़द्दसात की बेहरमती है। साथ ही उन्होंने इसके नतीजे में इंतिक़ामी कार्रवाइयों के भड़कने के संभावित ख़तरों से भी आगाह किया।

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