कुर्बानी
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हुज्जतुल इस्लाम मौलाना मंज़ूर हैदर मुबारकपुरी क़ुमी:
इब्राहिम (अ) और इस्माइल (अ) के बलिदान की कहानी में बच्चों की परवरिश की सफलता के कई रहस्य हैं
हौज़ा/अमलू, मुबारकपुर, जिला आज़मगढ़ (उत्तर प्रदेश) ने भारत में ईद का उपदेश देते हुए कहा कि इब्राहिम (अ) और इस्माइल (अ) के बलिदान की कहानी में बच्चों की परवरिश की सफलता के कई रहस्य शामिल हैं।
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अहंकार को कुचलना ही ईद-उल-अजहा की कुर्बानी का मकसद है: सुन्नी विद्वान
हौज़ा / तबस मसिना, ईरान में इमाम जुमा अहले सुन्नत ने कहा: बलिदान का उद्देश्य अहंकार को कुचलना और गरीबों की मदद करना है।
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इमाम हुसैन (अ) ने ज़ालिम सरकार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई और लोगों के सामने झूठ का पर्दाफाश किया
हौज़ा / इमाम हुसैन (अ) के मदीना से कर्बला प्रस्थान के अवसर पर, फातिमा एजुकेशनल कॉम्प्लेक्स, मुजफ्फराबाद, पाकिस्तान में एक शोक सभा आयोजित की गई; जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।
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इंकेलाबे ईरान के अज़ीम क़ाइद इमाम ख़ुमैनी
हौज़ा / नौजवान रसूल अल्लाह के बाद से ले कर आज तक के सभी हुक्मूरानो के चेहरों को कुरानी आयतों के रौशनी में अच्छी तरह जांच,परख और समझ लेंगे और खुद फैसला कर लेंगे की खुशनूदिये परवरदिगार और समाज की इसलाह के लिए मैदाने अमल में उतर कर इस्तेकामत के साथ कुर्बानियां देने वाले इमाम खुमैनी और उनके साथी कैसे थे।
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हम शहादत के महान अर्थ और शहीदों की उच्च स्थिति की व्याख्या करने में असमर्थ हैं, आयतुल्लाह मज़ाहेरि
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया इस्फ़हान के प्रमुख ने कहा: जिहाद और शहादत की शिक्षा और चर्चा न केवल मदरसे की कलम और दवात से नही है, बल्कि इन आध्यात्मिक शहीदों ने युद्ध के मैदान में अल्लाह और मानवता के दुश्मन के साथ व्यावहारिक रूप से अपने प्राणों की आहुति दे दी।
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फ़िलिस्तीन में तनावपूर्ण स्थिति और प्रतिरोध की धमकी
हौज़ा / कल रात से अब तक पांच फिलीस्तीनी युवक इस्राईलीयो के साथ होने वाली झड़पो मे शहीद हो गए है। जिनका संबंध वेस्ट बैंक और जीनीन है। फिलिस्तीनियों ने इजरायली सैन्य वाहनों को पेट्रोल बमों से निशाना बनाया जिसमे कुछ इजरायली घायल हो गए।
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कर्बला इंसान की फिक्र को उरूज बख्श्ती है, अल्लामा नुसरत बुखारी
हौज़ा / कर्बला इंसान की फिक्र को उरूज बख्श्ती है, कर्बला का प्रभाव यह है कि यह लगातार फैल रही है, हमें यह सबक सीखने और इसे अपने जीवन में लागू करने की आवश्यकता है।
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ईदुल अज़हा से लेकर ईदे ग़दीर तक, अशरा ए विलायत पूरे विश्व में मनाया जाना चाहिए, मौलाना शेख तनवीरुल हसन
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन मौलाना शेख तनवीरुल हसन, गाजीपुर शहर के इमाम जुमा ने जुमा के खुत्बे मे अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ईदुल अज़हा और ईदे ग़दीर के अवसर पर अक़ीदत और एहतराम के साथ पूरे विश्व मे बड़े पैमाने पर अशरा ए विलायत का आयोजन होना चाहिए।
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क़ुर्बानी तब तक स्वीकार नहीं की जाएगी जब तक मनुष्य अपने अहंकार को समाप्त नहीं कर देता: मौलाना सैयद तहज़ीबुल-हसन रिज़वी
हौज़ा / इस कुर्बानी से हर बेटे को एक सबक सीखना चाहिए कि हज़रत इब्राहिम (अ.स.) ने अपने बेटे को अपना सपना बताया और उनके बेटे ने अपने पिता की आवाज़ का जवाब दिया और अपने पिता के आदेश का पालन किया और खुद को क़ुर्बान करने के लिए तैयार हो गए, और अपने अल्लाह को भी प्रसन्न किया। इससे पता चलता है कि माता-पिता की खुशी में भी अल्लाह की खुशी मिलती है।
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ईदुल अज़हा सिर्फ ईद नहीं बल्कि प्रतिबद्धता और क़ुर्बानी का दिन है, मौलाना अली हैदर फ़रिश्ता
हौज़ा / मजमा ए उलेमा खुत्बा हैदराबाद डेक्कन के अध्यक्ष मौलाना अली हैदर फरिश्ता ने अपने संदेश में कहा कि ईदुल अज़हा का दिन सांसारिक विलासिता और विलासिता में डूबे मानव अधिकारों और कर्तव्यों की ओर ध्यान आकर्षित करता है। और यह क़ुर्बानी के बिना ख़ाली है। इसका कोई मूल्य नहीं है और यह लंबे समय तक नहीं रहता है। लेकिन क़ुर्बानी से जो मिलता है वह स्थिर, स्थायी और मजबूत होता है, और सम्मान और गरिमा के साथ देखा जाता है।
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ईदुल अज़हा "ईदे क़ुरबान" का फ़लसफ़ा
हौज़ा / क़ुरआन की आयतों से स्पष्ट है कि कुर्बानी का एक उद्देश्य उसके मांस का सही उपयोग करना, क़ुर्बानी करने वाला भी इस से लाभ उठाए और गरीबों और ज़रूरतमंदों तक पहुँचाया जाए।
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आगा सैयद हसन मूसवी ने दिया ईदुल- अज़हा का असली संदेश
हौज़ा/ ईद-उल-अजहा के मौके पर अंजुमन-ए-शरिया शियाओं के अध्यक्ष आगा सैयद हसन ने बधाई देते हुए कहा कि बलिदान की भावना (क़ुर्बानी का जज़्बा) ईश्वर की भक्ति और मानवीय मूल्यों का सबसे उज्ज्वल पहलू है।
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अज़ादारी मानवता का मोक्ष (निजात), इसका कोई पंथ नहीं, मौलाना आशिक हुसैन विलायती
हौज़ा / मौलाना आशिक हुसैन विलायती ने मुहर्रम के आने से पहले सांप्रदायिकता के माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि विश्वासियों को सावधान रहना चाहिए। दुश्मन अज़ादारी को सांप्रदायिकता में ले जाना चाहता है। अज़ादारी मानवता की मुक्ति है, इसका कोई संप्रदाय नहीं है।
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कश्मीर में ईदुल अज़हा के पर्व पर कुर्बानी पर रोक आरएसएस की इस्लाम विरोधी साजिशों का एक और सबूत, आगा सैयद आबिद हुसैन हुसैनी
हौज़ा / जम्मू-कश्मीर में कुर्बानी पर प्रतिबंध कुरान की शिक्षाओं के खिलाफ है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक सिंह की इस्लाम विरोधी साजिशों का स्पष्ट प्रमाण है।
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वसीम रिज़वी का फिर विवादित बयान:
बकरा ईद के नाम पर लाखों जानवरों की कुर्बानी देना गुनाह है।
हौज़ा/विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने ईदुल-अज़हा पर एक बार फिर विवादित बयान दिया हैं।ईदुल-अज़हा के नाम पर लाखों जानवरों की कुर्बानी देना पाप है। यह दिन अल्लाह तआला से अपने पापों का क्षमा मांगने का दिन है।ना कि बेज़ुबान जानवरों की कुर्बानी देकर ईद मनाने का दिन है।