हजरत इमाम अली अलैहिस्सलाम
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दिन की हदीस:
सच्चे और कामिल ईमान की खुसूसियत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सच्चे और कामिल ईमान की खुसूसियत बयान फरमाई हैं।
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गाज़ा में शहीदों की संख्या 42 हज़ार 438 तक पहुंच गई
हौज़ा / फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि ग़ाज़ा में इज़राईल शासन के हालिया हमलों के परिणामस्वरूप पिछले 24 घंटों में 29 और फिलिस्तीनी शहीद हो गए हैं और 93 लोग घायल हुए हैं।
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दिन की हदीस:
हज़रत फ़ातिमा मासूम (स) का मुकाम और मंज़िलत
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में हज़रत फ़ातेमा मासूम स.ल. का मुकाम और मंजिलत को बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
दुनिया और आखिरत का नाम रखने की वजह
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दुनिया और आखिरत का नाम रखने की वजह को बयांन किया हैं।
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दिन की हदीस:
जिंदा लोगों के लिए हज़रत अली अ.स. की नसीहत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत मे जिंदा लोगों के लिए अहम नसीहत फरमाई हैं।
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दिन की हदीस:
जिन्दा और जावेद रहने का तरीका
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में जिन्दा और जावेद रहने के तरीके को बयान किया हैं।
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दिन की हदीस:
हिर्स और लालच के नुकसानात
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत में हिर्स और लालच के नुकसानात की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम की दो अहम नसीहतें
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत मे दो अहम नसीहतें बयान फरमाई हैं।
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दिन की हदीस:
मोमिन की पांच सिफाते
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत में मोमिन के पांच औसाफ बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
आज़ाद और गुलाम आदमी!
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में आज़ाद और गुलाम आदमी की पहचान कराई हैं।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम की अहम नसीहतें
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में तीन अहम नसीहतें बयान फरमाई हैं।
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दिन की हदीस:
अल्लाह के बंदों और ज़मीन के बारे में सवाल
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में अल्लाह ताला के बंदों और ज़मीन और जानवरों के बारे में अहम नुक्ता बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
मोमिन का बुलंद मर्तबा
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मोमिन के बुलंद मर्तबा को बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
यह लोग शिया नहीं है!
हौज़ा/हज़रत इमाम मोहम्मद बाकिर अ.स. ने एक रिवायत में शिया की तीन सिफात को बयान फरमाया हैं।
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दिन की हदीस:
उम्मीदों का नुकसान
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में उम्मीदों के नुकसान की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीस:
हज़रत इमाम अली अ.स. की उपयोगी सलाह
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में जीवन में वर्तमान दिन के महत्व और इसे एक ख़ज़ाने के रूप में सलाह दी है।
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हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम की शहादत के मौके पर काज़मैन में हरम पर काला परचम लगाया गया/फोटों
हौज़ा / इराक के काज़मैन शहर में स्थित हरम काज़मैन को हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम की शहादत के मौके पर गुंबद पर काले परचम लगाए गए।
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दिन की हदीस:
ईद क्या हैं?
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में काबिले गौर बातें बयान फरमाई हैं।
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हज़रत इमाम अली इब्नुल हुसैन ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम के जन्मदिन पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा/हज़रत इमाम अली इब्नुल हुसैन ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम का जन्म 5 शाबान सन 38 हिजरी क़मरी को मदीने में हुआ। आपने ख़ुदा की कृपा से पिता इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम जैसी हस्ती की छत्रछाया में अपने व्यक्तित्व को नैतिक गुणों से सुशोभित किया।
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हज़रत अमीरुल मोमेनीन (अ) जन्मदिन पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा/रजब के महीने को यह फ़ज़ीलत हासिल है कि इस महीने में इस्लाम को अपना सबसे पहला रक्षक (मुहाफ़िज़) मिला, 13 रजब, सन 30 आमुलफ़ील को उस महान हस्ती ने इस दुनिया में आंखें खोलीं जिसने अपनी क़ुर्बानियों से क़यामत तक के लिए अल्लाह के दीन और उसके क़ानून को हमेशा के लिए बचा लिया। इस्लाम के पास चार ऐसे बड़े ख़ज़ाने थे जिनकी हिफ़ाज़त और जिनको बचाना बेहद ज़रूरी था और वह चार तौहीद, नबुव्वत व रिसालत, क़ुरआन और काबा थे, इस्लाम को एक ऐसे बचाने वाले की ज़रूरत थी जो इन चारों ख़ज़ानों को हर तरह के ज़ाहिरी और छिपे हुए ख़तरों से बचाए और इन ख़ज़ानों के चारों तरफ़ ऐसी मज़बूत दीवार खींच दे जिससे दुश्मन अपनी लाख कोशिशों और साज़िशों के बावजूद उसमें सेंध न लगा सके।
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दिन की हदीस:
ना शुक्रीया का अंजाम
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में ना शुक्रीया का अंजाम की ओर इशारा किया हैं।
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दिन की हदीस:
बुद्धिमान मनुष्य के लक्षण
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सहाबे बसीरत इंसान की खूबसूरत को बयांन किया हैं।
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दिन की हदीस:
कैसे हमारी मदद की जाए?
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अ.स. ने एक रिवायत में,,कैसे हमारी मदद की जाए?,,के मसईस को बयान किया हैं।
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:दिन कि हदीस
शिक्षा और ज्ञान के महत्व
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में शिक्षा और ज्ञान के महत्व की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
किसी की तारीफ करने के बारे में दो महत्वपूर्ण बातें
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में किसी की तारीफ करने के बारे में दो महत्वपूर्ण बातों की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
मोमिन की गुमशुदा चीज़
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मोमिन की गुमशुदा चीज़ की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
ज़ालिम और मज़लूम के बारे में हमारी ज़िम्मेदारियां
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में ज़ालिम और मज़लूम के के बारे में हमारी जिम्मेदारियों की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
चार पसंदीदा आमाल
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में चार पसंदीदा आमाल की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
मुनाफिक आदमी की निशानियां
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मुनाफिक आदमी की निशानियों की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
नौजवानों की खुसूसियत
हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में नौजवानों की खुसूसियत में से एक की ओर इशारा किया हैं।