हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " गोररूल हेक्म" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامیر المومنین علیہ السلام
سَبَبُ الْمَحَبَّةِ البُشْرُ؛
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
खंदा पेशानी ( मुस्कुराते) हुए मिलना दोस्ती और मोहब्बत सबब हैं।
गोररूल हेक्म,भाग 4,पेंज 126
आपकी टिप्पणी