हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गोररूल हेक्म" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیہ السلام
خُذوا مِن كُلِّ عِلمٍ أحسَنَهُ، فإنَّ النَّحلَ يَأكُلُ مِن كُلِّ زَهرٍ أزيَنَهُ ، فيَتَولَّدُ مِنهُ جَوهَرانِ نَفيسانِ : أحَدُهُما فيهِ شِفاءٌ لِلنّاسِ ، و الآخَرُ يُستَضاءُ بِهِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
हर ईल्म से उसके बेहतरीन बहसों को सीखो, क्योंकि शहद की मक्खी हर फूलों से बेहतरीन चीज़ को खाती है और उठाती है,
और फिर उस से दो बहुत ही मूल्यवान चीजें बन जाती है। उनमें से एक (शहद) जो लोगों के लिए शेफा हैं। और दूसरी चीज़( मोम) है जिससे रोशनी हासिल कि जीती है।
गोररूल हेक्म: हदीस नं.5082
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