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समाचार कोड: 372097
6 सितंबर 2021 - 22:40
مولانا سید غافر رضوی

हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन मौलाना सैय्यद गफ़िर रिज़वी ने कहा:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद मुहम्मद सईदुल हकीम समय के हिदायेते चिराग थे,वह इराक के स्तंभों में से एक थे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , कठिन स्थिति में हाकिम के परिवार के सदस्य कहा:हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद मुहम्मद सईदुल हकीम के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन मौलाना सैय्यद गफ़िर रिज़वी ने कहां:आज और एक हिकमत का दीपक बुझ गया
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद मुहम्मद सईदुल हकीम समय के हिदायेते चिराग थे,वह इराक के स्तंभों में से एक थे।
उन्होंने आगे कहा: यदि कोई आलिमे दीन दुनिया से गुजरता है, तो एक शून्य पैदा होता है जिसे कोई नहीं भर सकता।
मौलाना ग़फ़िर रिज़वी ने भी कहा: एक विद्वान की मृत्यु एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है बल्कि यह ब्रह्मांड की मृत्यु है।
आयतुल्लाह सईदुल हकीम का निधन पर तमाम मिल्लते शिया को ग़म मनाना चाहिए क्योंकि हमारे दरमियांन से एक बाअमल आलिम गुज़र गया
मौलाना ने आगे बयान किया कि इस मुसीबत के मौके पर मैं इमामें ज़माना अलैहिस्सलाम
मैं सर्वोच्च नेता और पूरे शिया राष्ट्र की सेवा में अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और मैं हकीम परिवार के बारे
मैं दुआ करता हूं परवरदिगार इनके परिवार को सब्र अता करें और मरहूम के दरजात को बुलंद करें

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