हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अहवाज़ की एक रिपोर्ट के अनुसार,विधानसभा के नेता खुज़ेस्तान के इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम मोहसिन हैदरी ने अफगानिस्तान की शिया मस्जिदों में आईएसआईएस के आत्मघाती बम विस्फोटों की निंदा करते हुंए कहां
अफगानिस्तान में तकफिरियों के हाथों लगातार दो जुमा की नमाज़ में दर्जनों निर्दोष लोग शहीद हुए और घायल हुए। इन दिल दहला देने वाली घटनाओं ने हर अदमी का दिल दुखा दिया है।
उन्होंने कहा: इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये आत्मघाती हमले और शिया नरसंहार मुसलमानों की एकता को कमज़ोर करने के लिए किए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा: अफगान शहरों कुंदुज़ और कंधार में मस्जिदों पर हुए हमलों में हत्यारे और पीड़ित दोनों मुसलमान थे, एक किताब पर विश्वास करते हैं, एक पैगंबर पर विश्वास करते हैं और एक क़िबला कि ओर नमाज़ पढ़ते हैं। इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं कि इन हमलों को संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल के द्वारा किया गया हैं।
हुज्जतुल इस्लाम हैदरी ने कहा: जब भी अमेरिका देशद्रोह पैदा करना चाहता है, तो तकफ़ीरी अपना सिर उठाते हैं। ये तकफ़ीरी अफगानिस्तान में नहीं थे, हाँ, यह संभव है कि उनमें से कुछ अफगान भी हों, लेकिन सीरिया के ये लोग और इराक को नापाक उद्देश्यों के लिए अफगानिस्तान में स्थानांतरित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा जो भी इस कांड में मिले-जुले हैं किसी भी तरीके से इन सभी लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और इन उत्पीड़ित लोगों का खून बर्बाद नहीं किया जाएगा।
उन्होंने अंत में कहा,अहले सुन्नत के बुजुर्गों का अपमान करना जिहालत और बीतक्वा का स्पष्ट उदाहरण है।शिया मराजयें तकलीद ने किया अपमान करने की अनुमति दी है?
हमारें मराजये इकराम ने और इसका एक स्पष्ट उदाहरण इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता और अयातुल्ला सैय्यद अली सिस्तानी केे फतवे के मुताबीक अहले सुन्नत के बुजुर्गों का अपमान करना हराम करार दिया है।