۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
नमाज़

हौज़ा/शेर दिल सिधु ने कहा: कि अगर हिंदू संगठन मुसलमानों को कहीं भी नमाज़ पढ़ने से रोकते हैं तो वह गुरुद्वारा में अदा करें नमाज़, नमाज़ के लिए हमेशा खुले हैं गुरुद्वारे के दरवाजे,

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हरियाणा में गुड़गांव गुरुद्वारा प्रशासन समिति के प्रमुख शेरदिल साधु ने कहा: कि यदि हिंदू संगठन मुसलमानों को कहीं भी नमाज़ पढ़ने से रोकते हैं तो वे गुरुद्वारा में आकर नमाज़ आदा कर सकते हैं।पहले एक हिन्दू आदमी ने धार्मिक सहिष्णुता का उदाहरण भी दिया था, वह नमाज़ के लिए अपने घर की छतें अर्पित किया था और अब सिक्खों ने उन्हें गुरूद्वारा में नमाज़ आदा करने की अनुमति देकर भाईचारे की शिक्षा दी हैं।


शेर दिल सिधु ने कहा कि गुरु नानक भी एक मुसलमान भाई के साथ रहते थे। मुसलमान भाइयों ने इस देश के लिए अपने जीवन की बलि दे दी है."
इस बीच गुड़गांव सेक्टर 12 निवासी अक्षय यादव ने जुमआ की नमाज़ के लिए अपनी दुकान मुस्लिम समुदाय को दी, अक्षय ने कहा: 'हम किसी भी हाल में गुड़गांव की धार्मिक सहिष्णुता को टूटने नहीं देंगे। मुसलमान चाहें तो हमारे घर के आंगन में भी नमाज़ अदा कर सकते हैं। अक्षय ने कहा कि कई हिंदू हैं जो मुसलमानों को इबादत के लिए जगह देने को तैयार हैं.
गौरतलब है कि गुड़गांव में हर शुक्रवार को खुले में जुमआ की नमाज़ का हिंदू संगठन विरोध करते रहे हैं। उपद्रवी कभी धार्मिक नारे लगाते हैं तो कभी पूजा स्थल पर गोबर फेंक देते हैं। दीपावली के अवसर पर पूजा स्थल पर गोबर डालकर गोधन की पूजा की जाती है, जबकि एक जगह नमाज़ के लिए थी इसे वालीबॉल कोर्ट में तब्दील करने का ऐलान किया गया है
हिंदू महा संगठन की ओर से नमाज़े जुमआ पर की जाने वाली रुकावट के को देखते हुए सिखों ने कहा कि मुसलमान गुरुद्वारा में आए और नमाज़ अदा करें
इस शुक्रवार को इस गुरुद्वारे में गर्व के साथ आज़ान भी होगी और जुमआ की नमाज़ भी अदा की जाएगी,

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