हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने बतया उनके एक शहीद दोस्त के नवासे का ऑप्रेशन होने वाला था, शहीद अस्पताल पहुंच गए और जब तक ऑप्रेशन पूरा नहीं हो गया, वे वहीं मौजूद रहे।
उस बच्चे की मां ने कहा कि जनाब ऑप्रेशन पूरा हो गया, अब आप चले जाइये, जाकर अपने काम निपटाइये। उन्होंने कहाः नहीं, तुम्हारे पिता यानी इस बच्चे के नाना मेरी जगह जा कर शहीद हुए हैं, अब मैं उनकी जगह यहां खड़ा रहूंगा।
वे तब तक वहां खड़े रहे जब तक बच्चा होश में नहीं आया। जब उन्हें पूरा इत्मेनान हो गया तब वे वहां से गए।
इमाम ख़ामेनेई
1 जनवरी 2022