۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में ईमान और इस्लाम के दरमियान अंतर की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलक़ाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार हैं।

:قال الامیر المومنین علیه السلام

إنّ الإيمانَ ما وَقَرَ في القلوبِ و الإسلامَ ما علَيهِ المَناكِحُ و المَوارِيثُ و حَقْنُ الدِّماءِ


हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
ईमान वह है जो दिल में बसा होता है और इस्लाम वह चीज़ है जो शादी, विरासत और आत्मा के सम्मान पर आधारित है।
अलक़ाफी,2/26/3

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