हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "
अलक़ाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیہ السلام
مَنِ ابتَلي بِالقَضاءِ فَليُواسِ بَينَهُم فِي الإشارَةِ و فِي النَّظَرِ و فِي المَجلِسِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो आदमी फैसले की कुर्सी पर बैठा हूं (वह क़ाज़ी जो फैसला कर रहा हो) तो उसे इशारा करने, निगाह और बैठने के अंदाज़ में लोगों के दिलों में बराबरी की रियायत करनी चाहिए
अलक़ाफी,भाग 7,पेंज413