हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " अलकाफी " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول اللہ صلى الله عليه و آله وسلم
الخَلقُ عِيالُ اللَّهِ، فَأَحَبُّ الخَلقِ إلَى اللَّهِ مَن نَفَعَ عِيالَ اللَّهِ، وأدخَلَ عَلى أهلِ بَيتٍ سُروراً
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
खुदा कि मखलूक उसके परिवार की तरह है, और खुदा के नज़दीक पसंदीदा तरीन वह है, कि जो अल्लाह तआला के परिवार( खानदान )को फायदा पहुंचाए और इन्हें खुशहाल करें!
अलक़ाफी,भाग 2,पेंज 164,हदीस 6