हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,अगर इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के पवित्र रौज़े की सेवा उसके ख़ास संस्कारों के साथ अंजाम दी जाए तो यह महान गर्व व सम्मान है।
आज यह अवसर उपलब्ध है। मुझे गर्व है कि व्यवहारिक रूप से न सही तो नाम ही के लिए सही मैं आपके साथ इस पवित्र स्थान का सेवक होने का गौरव रखता हूं।
मैं आपसे कहना चाहता हूं कि जिस स्थान तक पहुंच का आपको स्थायी गौरव हासिल है, हमारा दिल भी वहीं लगा रहता है।ख़ुश नसीब हैं आप लोग। सच में, मेरे लिए सबसे सुखद पल वही हैं, जब मुझे इस पवित्र रौज़े में हाज़िर होने का अवसर मिलता है।
इमाम ख़ामेनेई,
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