۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
विवाह

हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,बेहतरीन ख़ानदान वाले, ख़ूबरू, ताक़तवर और दिलनशीं ‎व्यक्तित्व के हज़ारों नौजवान हज़रत अली अलैहिस्सलाम के ‎पांव की धूल के बराबर भी नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,बेहतरीन ख़ानदान वाले, ख़ूबरू, ताक़तवर और दिलनशीं ‎व्यक्तित्व के हज़ारों नौजवान हज़रत अली अलैहिस्सलाम के ‎पांव की धूल के बराबर भी नहीं हैं।
हज़ारों आला ख़ानदान ‎की ख़ूबसूरत लड़कियां हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के क़दमों की ‎धूल के बराबर भी नहीं हैं।


हज़रत फ़ातेमा ज़हरा पैग़म्बरे ‎इस्लाम की बेटी थीं जो इस्लामी दुनिया के सरदार और ‎हाकिम थे। हज़रत अली भी इस्लाम के सबसे बड़े ‎सिपहसालार थे।

अब ज़रा देखिए कि उनकी शादी किस ‎अंदाज़ से हुई? मेहर क्या था? दहेज क्या था? हर काम ‎अल्लाह तआला का नाम लेकर और उसके ज़िक्र के साथ हुए यह हमारे ‎लिए आदर्श है। ‎

इमाम ख़ामेनेई,6 मई 1996

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