हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जैदपुर बारा बंकी मे जारी अशरा ए मोहर्रम छठी रात की मजलिस को संबोधित करते हुए हुज्जतुल इस्लाम वल मौलाना जहूर मेहदी मुलई ने कहा: जो क़यामे इमाम हुसैन का मकसद था वही अज़ा ए इमाम हुसैन का मकसद है।
मौलाना ने कहा: इमाम हुसैन के क़याम का उद्देश्य उम्माह को सुधारना और मार्गदर्शन करना था, इसलिए आज अज़ा ए हुसैन का उद्देश्य आज हमें सुधारना और मार्गदर्शन करना है।
उन्होंने कहा: वास्तव मे अज़ा ए इमाम हुसैन (अ.स.) सभी पहलुओं में सुधार और मार्गदर्शन करके हमें धर्मी बनाना चाहती हैं ताकि हम इमाम असर (अ.त.फ.श.) के उपयोगी सैनिक बन सकें और हबीब और सईद की तरह फरजंदे हुसैन की मदद कर सके।
उन्होंने आगे कहा: अब यह हमारा कर्तव्य है कि हम फर्शे अज़ा पर बैठें और खुद का जायजा लें कि क्या हम सईद और जुहैर की तरह पर्रदा ए गैब से आने वाले हुसैन के समर्थन और मदद के लिए तैयार हैं या नही।
मौलाना जहूर मेहदी मौलाई ने कहा: यदि आप इच्छुक हैं, तो इस इच्छा को और अधिक शक्ति दें और यदि आप तैयार नहीं हैं, तो अभी और इसी वक्त मज़लूम ए कर्बला के चरित्र-निर्माण फर्श पर बैठें और प्रतिज्ञा करें कि हम करेंगे सभी पहलुओं में खुद को सुधारकर निश्चित रूप से धर्मी बनाएगे। अर्थात्, वे खुद को अल्लाह के पवित्र और धर्मी धर्म की मदद और समर्थन के योग्य बनाएंगे।