हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम के सौतेले भाई के पोते को लेबनान सरकार ने इराक को सौंप दिया था, जो स्पाइकर घटना को अंजाम देने वालों में से एक था।एक इराकी सुरक्षा सूत्र ने कहा कि सद्दाम के पोते सौतेले भाई को, जो 2014 में स्पाइकर शिविर में आईएसआईएस द्वारा किए गए अपराधों में शामिल था, को लेबनान में हिरासत में लिया गया था।
एक इराकी सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम के सौतेले भाई के पोते अब्दुल्ला सबावी को शुक्रवार को इराक को सौंप दिया गया। सबावी स्पाइकर शिविर के अपराधियों में से एक था जिसने आतंकवादी समूह आईएसआईएस के समय में 2014 में इराकी सेना के दर्जनों अधिकारियों और कैडेटों की हत्या कर दी थी।
लेबनान के एक न्यायिक सूत्र ने यह भी कहा कि 1994 में पैदा हुए सबावी को इराक के इंटरपोल की अपील के बाद 11 जून 2022 को गिरफ्तार किया गया था।
2014 में स्पाइकर कॉलेज में आईएसआईएस आतंकवादियों द्वारा मारे गए सभी रंगरूट 20 वर्ष से कम आयु के थे। स्पायकर के नरसंहार के बाद आईएसआईएस के इस भयानक आतंकी का नाम अयमन स्पायकर रखा गया।
गौरतलब है कि 2014 में आईएसआईएस के आतंकियों ने तिकरित के पास स्पाइकर छावनी पर हमला किया था और 1700 सैन्यकर्मियों को अगवा कर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। आईएसआईएस ने नरसंहार का एक वीडियो भी जारी किया जिसमें अपहृत कैडेटों को जमीन पर लिटाकर गोली मारते हुए दिखाया गया है।
तिकरित की मुक्ति के बाद, इराकी सुरक्षा बलों को सामूहिक कब्र में छह सौ इराकी कैडेटों के शव मिले। इराकी अधिकारियों का कहना है कि आईएसआईएस के आतंकवादियों ने स्पाइकर शिविर में कम से कम 1,700 लोगों की हत्या कर दी।