۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा/ अगर इसमें कोई हराम काम न हो(दाढ़ी मुंडवाना) तो खोला जा सकता है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा ए इल्मिया नजफ अशरफ के मशहूर आयतुल्लाहिल उज़्मा शेख हाफिज बशीर हुसैन नजफी ने लोगो के पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे।


सवाल: मैं सैय्यद हूं क्या मैं बाल काटने की दुकान खोल सकता हूं,काम दूसरे लोग करेंगे?


उत्तर: अगर इसमें कोई हराम काम न हो(दाढ़ी मुंडवाना) तो खोला जा सकता हैं।

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