تیتر سه زیرسرویس
-
शरई अहकाम | दूसरों के हक़ लौटाना; कल की कीमत या आज की?
हौज़ा/ आयतुल्लाह सय्यद अली ख़ामेनेई ने कई साल पहले बेची गई संपत्ति के मुआवज़े की राशि की गणना के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । क्या गुस्ल-ए-जुमा के बाद वुजू के बिना नमाज़ पढ़ी जा सकती है?
हौज़ा / गुस्ल-ए-जुमा हालांकि एक मुअक्कद मस्तहब है, लेकिन वुजू का स्थान नहीं ले सकता। इसलिए फर्ज़ नमाज़ या किसी भी ऐसे काम के लिए जिसमें पाकीज़गी की शर्त हो, वुजू ज़रूरी है। केवल गुस्ल-ए-जनाबत ही एक ऐसा गुस्ल है जिसके बाद बिना वुजू के नमाज़ पढ़ी जा सकती है।
-
शरई अहकाम । क्या खरीदी गई कब्र पर ख़ुम्स देना ज़रूरी है?
हौज़ा / आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने "भविष्य में दफ़नाने के लिए खरीदी गई कब्र की कीमत पर खुम्स से मुताअल्लिक" पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । क्या बैंकट हॉल के कर्मचारी बचा हुआ खाना और फल घर ले जा सकते हैं?
हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम जवाहरी ने आयतुल्लाहिल उज़्मा शुबैरी ज़ंजानी के फतवे की व्याख्या की और बैंकट हॉल और रेस्टोरेंट में आयोजित कार्यक्रमों के बाद इन स्थानों के कर्मचारियों द्वारा भोजन, फल और मिठाइयों के सेवन से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दिया।
-
शरई अहकाम | क्या ख़ुम्स वर्ष की समाप्ति के बाद आय का उपयोग करना जायज़ है?
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनेई ने ख़ुम्स वर्ष के बाद के दिनों में जीवन-यापन के खर्चों के लिए वार्षिक आय के उपयोग के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम | क्या नमाज़ के दौरान शरीर को हिलाना जायज़ है?
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनेई ने नमाज़ के दौरान शरीर को हिलाने-डुलाने के शरई हुक्म से संबंधित एक सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम | क्या बचाव कार्यों में कुत्तों के इस्तेमाल पर कोई शरई इशकाल है?
हौज़ा / आयातुल्लाह ख़ामेनेई ने राहत और बचाव कार्यो मे कुत्तों की निजासत और बचाव कर्मियों के कपड़ों के बारे में एक सवाल का जवाब दिया है जो बचाव कर्मी कुत्तों के साथ काम करते हैं।
-
शरई अहकाम । अंडे में खून की मौजूदगी का शरई हुक्म
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद हुसैनी सिस्तानी ने अंडे में खून की अशुद्धता और हलाल के संबंध में शरई हुक्म पर एक परामर्श का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम | पुरुषों के लिए बाल और नाखून लंबे रखने और हेयर स्टाइल का शरई हुक्म
हौज़ा /आयतुल्लाह सय्य्यद अली ख़ामेनेई ने पुरुषों के लिए बाल और नाखून लंबे रखने और हेयर स्टाइल से संबंधित सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । मरजा ए तक़लीद के बिना की गई इबादात का क्या होगा?
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनेई ने हाल ही में मुक़ल्लिद बने एक व्यक्ति की पिछली इबादात के हुक्म के बारे में एक सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । नमाज़ में सूर ए हम्द और सूरा पढ़ने के बारे में शक
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शिराज़ी ने सूर ए हम्द और दूसरा सूरा पढ़ने के मक़ाम से गुजरने के बाद हम्द और दूसरा सूरा पढ़ने मे शक के संबंध में एक सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम | चादर के नीचे से दुपट्टा या हेडस्कार्फ़ बाहर रखने का हुक्म
हौज़ा/ आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने "चादर के नीचे से दुपट्टे का कुछ हिस्सा बाहर रखने के नियम" से संबंधित एक परामर्श का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । मय्यत का कौन सा क़र्ज़ पहले चुकाया जाना चाहिए ?
हौज़ा / आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने मृतकों के क़र्ज़ चुकाने में प्राथमिकता (तरजीह) के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । नमाज़ न पढ़ने वाले मुसलमान से शादी करने का हुक्म
हौज़ा / आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने नमाज़ न पढ़ने वाले जीवनसाथी से विवाह करने के शरई हुक्म के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । क्या बिल्ली के बाल नजिस हैं और नमाज़ को बातिल कर देते हैं?
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली हुसैनी सिस्तानी ने बिल्ली के बालों और नमाज़ की वैधता पर उनके प्रभाव के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम | कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से निर्मित महिला की आवाज़ सुनना
हौज़ा/ एक जनमत संग्रह के जवाब में, आयतुल्लाह सय्यद अली ख़ामेनेई ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके एक महिला की आवाज़ को गीत के रूप में प्रस्तुत करने और उसे सुनने के शरई हुक्म की व्याख्या की है।
-
शरई अहकाम | बिना अनुमति के किसी के खेत या बगीचे में प्रवेश करना
हौज़ा /हज़रत आयतुल्लाह सय्यद अली ख़ामेनेई ने "मालिक की अनुमति के बिना किसी की कृषि भूमि में प्रवेश करना" विषय पर एक परामर्श का उत्तर दिया।
-
शरई अहकाम । कुत्ते के अलावा अन्य जानवरों के साथ शिकार करने का हुक्म
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शिराज़ी ने कुत्तों के अलावा अन्य जानवरों के साथ शिकार करने के हुक्म के संबंध में एक जनमत संग्रह पर प्रतिक्रिया दी है।
-
शरई अहकाम । क्या नमाज़ के दौरान दूसरों को आगाह करने के लिए अपनी आवाज़ ऊँची करना जायज़ है?
हौज़ा / आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने नमाज़ के दौरान दूसरों को आगाह करने के लिए अपनी आवाज़ ऊँची करने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
विवाह में बच्चे पैदा ना करने की शर्त; क्या यह जायज़ है?
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा मकारिम शिराज़ी ने स्थायी विवाह के दौरान बच्चे ना पैदा करने की शर्त और इस शर्त का उल्लंघन होने पर महिला को तलाक का अधिकार देने संबंधी एक याचिका के जवाब में एक फतवा जारी किया है।
-
शरई अहकाम । तारेकुस सलात व्यक्ति के उस घर में नमाज पढ़ने और खाना खाने का शरई हुक्म
हौज़ा / आयतुल्लाह सय्यद अली हुसैनी सीस्तानी ने तारेकुस सलात व्यक्ति के उस घर में नमाज पढ़ने और खाना खाने के हुक्म के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । क्या आपकी घड़ी आपकी नमाज़ को बातिल कर देती है?
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया नजफ़ के प्रसिद्ध आयतुल्लाहिल उज़्मा सिस्तानी ने पुरूषो द्वारा सोने की वस्तुओ का उपयोग (जैसे घड़ी की सूइयां) से संबंधित पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । क्या बिना अनुमति दूसरों की गाड़ी को टेक लगाना सही है?
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने बिना अनुमति दूसरों की गाड़ी पर बिना अनुमति के टेक लगाने के बारे में शरई हुक्म फरमाया है।
-
शरई अहकाम | अगर शरीर गीला हो तो क्या वज़ू सही है?
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने वुज़ू के अंगों के गीला होने र वुज़ू के सही होने के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है।
-
शरई अहकाम । नमाज़ जमात और मुस्तहब नमाज़ की ओर नियत बदलना
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने जमात की नमाज़ और मुस्तहबी नमाज़ की ओर नियत बदलने के शर्तो से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम । महिला के वाजिब नफ़्क़े की मात्रा और राशि
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामनेई ने एक महिला के नफ़्क़े की शर्तों और हुक्म के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया है, जिसमें अनिवार्य राशि से लेकर उस पर ख़ुम्स के हुक्म शामिल हैं।
-
शरई अहकाम । अरबईन की नज़्र की बची राशि का इस्तेमाल
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनेई ने अरबईन की नज़्र के बाकी बचे पैसो से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
-
शरई अहकाम। क्या अरबईन के दिन काम करने में कोई शरई समस्या है?
हौज़ा / आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने अरबाईन के दिन काम करने के शरई हुक्म के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया है।