हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,वेस्ट को ईरानी महिलाओं से कोई हमदर्दी नहीं बल्कि दुश्मनी है क्योंकि अगर महिलाओं की भागीदारी न होती तो इस्लामी इंक़ेलाब हरगिज़ कामयाब न होता,
वाक़ई वेस्ट का औरतों के अधिकारों का दावा करना अच्छा नहीं लगता। आज भी पश्चिमी देशों में महिलाओं को बड़ी अहम मुश्किलों का सामना है।
जो देश महिलाओं के सम्मान और अधिकार की बात करते हैं उनके यहां महिलाएं सबसे ज़्यादा प्रताड़ित की जाती है और उनको उनके अधिकार से दूर किया जाता हैं।
इमाम ख़ामेनेई,5 अप्रैल 2023
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