हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इज़राइल की जेल में बंद शेख़ ख़िज़्र अदनान की मंगलवार की सुबह मौत हो गई इस्राईल की जेल में 87 दिन पहले भूख हड़ताल शुरू की थी और अब उनकी शहादत हो गई शहादत के बाद फिलस्तीनियों में काफी आक्रोश हैं।
फ़िलिस्तीनी संगठनों का कहना है कि इस्राईल को उसके इस अपराध के लिए सज़ा दी जाएगी,अदनान की शहादत की ख़बर मिलने के बाद फ़िलिस्तीनी संगठनो ने इस्राईली इलाक़ों पर मिसाइल फ़ायर किए हैं।
फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के मामलों की समिति का कहना है कि 44 वर्षीय ख़िज़्र अदनान को दरअस्ल इस्राईल ने क़त्ल किया है।
फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रधानमंत्री मुहम्मद अश्तिये ने कहा कि फ़िलिस्तीनी क़ैदी की शहादत के लिए इस्राईल ज़िम्मेदार है जिसने ग़ैर क़ानूनी ढंग से उसे जेल में बंद रखा और चिकित्सा सुविधाएं न देकर उन्हें मौत की नींद सुला दिया हैं।
जिहाद ए इस्लामी संगठन ने एक बयान में ख़िज़्र अदनान को महान संघर्षकर्ता बताया और कहा कि उनकी शहादत का इंतेक़ाम ज़रूर लिया जाएगा।
हमास संगठन ने कहा कि ख़िज़्र अदनान की शहादत दरअस्ल फांसी की सज़ा है जो इस्राईली जेल के भीतर दी गई है, इस शहीद के ख़ून से इस्राईल के ख़िलाफ़ प्रतिरोध की ज्वाला और भी भड़केगी।