हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लाम फहमी के अध्यक्ष मौलाना बाकिर रजा सईदी ने स्वीडन में पवित्र कुरान के अपमान की निंदा की।
सईदी साहब ने शिया नगर राजीती में ईद ग़दीर जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल किसी के खिलाफ नहीं किया जा सकता। अभिव्यक्ति की आजादी से आप किसी का अपमान नहीं कर सकते।
भारतीय शोधकर्ता संघ के सचिव ने कहा कि हम अयातुल्ला सिस्तानी के इस बयान का समर्थन करते हैं कि दुनिया के देशों को ऐसा कानून बनाना चाहिए कि कोई कुरान का अपमान न करे। उन्होंने कहा कि हम इस बात की भी वकालत करते हैं कि पवित्र कुरान को जलाने वाले व्यक्ति को इंटरपोल के माध्यम से इराक को सौंप दिया जाना चाहिए क्योंकि उसने पहले भी इराक में कई अपराध किए हैं और उसने जो किया उसके लिए उसे दंडित किया जाना चाहिए।