हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,रूस ने यमन पर अमरीका और ब्रिटेन के हवाई हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि यह हमले संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर का खुला उल्लंघन हैं।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वेसिली नेबेन्ज़िया ने इन हमलों को अनुचित बताते हुए कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के आर्टिकल-2 का उल्लंघन हैं।
नेबेन्ज़िया ने कहा कि जहाज़ों की सुरक्षा एक मामला है और उन पर हमले, अस्वीकार्य हैं, लेकिन किसी देश पर हमला करना पूर्ण रूप से अनुचित और ग़ैर-क़ानूनी है।
रूसी राजनयिक ने कहा कि यमन पर बमबारी करने के लिए कोई वैध कारण मौजूद नहीं है और अपनी सीमाओं से हज़ारों मील दूर आत्मरक्षा के अधिकार के बारे में बात करना और भी हास्यास्पद है।
नेबेन्ज़िया का कहना था कि अमरीका तथाकथित ख़तरों का बहाना करता है और अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों की ज़र्रा बराबर परवाह नहीं करता। उन्होंने कहा कि अमरीका की इसी लापरवाही की वजह से पहले से ही जल रहे मध्यपूर्व में स्थिति और भी ख़राब हो जाएगी।