हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अगर हम धार्मिक शिक्षाओं पर ग़ौरो फ़िक्र करें तो मालूम होगा कि धर्म मुश्किल पैदा करने वाला नहीं बल्कि मुश्किलों को दूर करने वाला है धर्म मानव अस्तित्व की मुश्किलों का दूर करता है इंसान की ज़िन्दगी की गिरहों को खोलता है और इंसान को सुकून और शांति देता है।
अंतर्राष्ट्रीय संगठन मुस्लिम डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की ओर से आयोजित सम्मलेन दीन, स्वास्थ्य और मानवीय सहायता" को संबोधित करते हुए अहले बैत वर्ल्ड इस्लामिक असेंबली के सेक्रेटरी जनरल आयतुल्लाह रज़ा रमज़ानी ने कहा कि अगर हम धार्मिक शिक्षाओं पर ग़ौरो फ़िक्र करें तो मालूम होगा कि धर्म मुश्किल पैदा करने वाला नहीं बल्कि मुश्किलों को दूर करने वाला है।
धर्म मानव अस्तित्व की मुश्किलों का दूर करता है इंसान की ज़िन्दगी की गिरहों को खोलता है और इंसान को सुकून और शांति देता है और इंसानों के आपसी संबंघों के विकास में एक प्रकार की जिम्मेदारी का एहसास कराता है।
पश्चिम में हमारा सामना नकली आध्यात्मिकता से होता है अमेरिका और यूरोप में लगभग चार हजार नकली अध्यात्म हैं। जहां भी फर्जीवाड़े की बात होती है तो यह साफ है कि असली भी हमारे पास है और जब तक वह असली है, फर्जीवाड़े ज़्यादा देर नहीं ठहर सकता।
अपने बयान में फिलिस्तीन संकट का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज, हमें ग़ज़्ज़ा में मानवीय सहायता के लिए अहले बैत अस के चाहने वालों की एकता और इत्तेहाद की आवश्यकता है।
आयतुल्लाह रमज़ानी ने कहा कि जो लोग मानवता के रक्षक हैं उन्हें एकता और एकजुटता के साथ ग़ज़्ज़ा के यतीमों के अम्न और शांति के लिए काम करना चाहिए। आज ग़ज़्ज़ा को मानवीय दृष्टिकोण के साथ मानवीय समर्थन की जरूरत है।