۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
कुम

हौज़ा / क़ुम अलमुकद्देसा में ईरानी राष्ट्रपति आयतुल्लाह इब्राहीम रईसी और इमाम जुमआ तबरेज़ आयतुल्लाह आले हाशिम ईरान के विदेश मंत्री डॉ. हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान पूर्वी अज़रबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य शहीदों की याद में अंतर्राष्ट्रीय कुरानी संस्थान अल्वी दारूल कुरान कुम में कुरान खानी और मजलिस आयोजित की गई जिसमे हाफिज मुर्तज़ा हुसैन रिज़वी और हाफिज़ मुहम्मद हसन जाफरी ने शोक संदेश के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,क़ुम अलमुकद्देसा में ईरानी राष्ट्रपति आयतुल्लाह इब्राहीम रईसी इमाम जुमा तबरेज़ आयतुल्लाह आले हाशिम ईरान के विदेश मंत्री डॉ. हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान पूर्वी अज़रबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य शहीदों की याद में अंतर्राष्ट्रीय कुरानी संस्थान अल्वी दारूल कुरान कुम में कुरान खानी और मजलिस आयोजित की गई जिसमे हाफिज मुर्तज़ा हुसैन रिज़वी और हाफिज़ मुहम्मद हसन जाफरी ने शोक संदेश के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी अपने नाम के प्रति वफादार रहते हुए विभिन्न चरणों से गुज़रे/ डॉ. शबीब अलहुसैनी

मजलिस को संबोधित करते हुए डॉ. मौलाना सैयद शबीब अल-हुसैनी ने इस्लाम के लिए शहादत और सेवा के महत्व और गुण और धर्म और इस्लामी राज्य की रक्षा के बारे में बताया। पवित्र कुरान की रोशनी में हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया।

मौलाना ने कहा कि हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम को जीवन के हर चरण में इम्तिहान का सामना करना पड़ा जैसे नमरूद का सामना,नवजात शिशु को बंजर भूमि पर लाना या छोड़ देना और फिर ईश्वर के आदेश के तहत पुत्र को बलिदान के रूप में पेश करना आदि।

आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी अपने नाम के प्रति वफादार रहते हुए विभिन्न चरणों से गुज़रे/ डॉ. शबीब अलहुसैनी

मौलाना हुसैनी ने कहा कि अपने नाम के प्रति वफादार रहते हुए,शहीद इब्राहीम रईसी ने अपने जीवन के विभिन्न भागों में आने वाली हर परीक्षा का सफलतापूर्वक सामना किया और शहादत की लंबे समय से पोषित इच्छा तक पहुंचने में सफल भी रहे।

मजलिस के बाद अल्वी दारूल कुरान  के सदस्यों की तरफ से एक शोक सभा भी हुई जिसमें उस्तादुल हुफ्फाज़ डॉ. मौलाना सैयद मुजतबा रिज़वी मौलाना सैयद वलीउल हसन मौलाना तमीज़ुल हसन मौलाना इकबाल हैदर मौलाना कैसर इकबाल मौलाना सैयद जन्नत हुसैन मौलाना सैयद इरफान मेहदी मौलाना फरहत अब्बास मौलाना आमिल हसन आदि मौजूद रहे।

आयतुल्लाह सय्यद इब्राहीम रईसी अपने नाम के प्रति वफादार रहते हुए विभिन्न चरणों से गुज़रे/ डॉ. शबीब अलहुसैनी

शोक सभा की अध्यक्षता कर रहे अल्वी दारूल कुरान के प्रमुख मौलाना सैयद मस‌ऊद अख्तर रिज़वी ने शहीदों के प्रति शोक व्यक्त करने के साथ साथ शोक सभा और मजलिस में शामिल होने वाले सभी लोगों का शुक्रिया भी अदा किया।

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