हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,तुर्की ने रोहिंग्या मुसलमानों और अल्पसंख्यक की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुपालन की मांग की है।
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने म्यांमार की सेना और सशस्त्र जातीय समूहों के बीच संघर्ष में वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त की, जिसके कारण हाल के महीनों में नागरिक हताहतों की संख्या में वृद्धि हुई है।
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में घोषणा की हम हाल के महीनों में म्यांमार में शदीद झड़पों और नागरिक हताहतों की संख्या में वृद्धि पर बड़ी चिंता के साथ नज़र रख रहे हैं।
बयान में कहा गया हम रखाइन राज्य में नागरिकों, विशेष रूप से अराकान (रोहिंग्या) मुसलमानों के खिलाफ हमलों और उल्लंघनों की हालिया रिपोर्टों से बहुत दुखी हैं जिससे हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने विरोधी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के नियमों का सम्मान करने नागरिकों और नागरिक बुनियादी ढांचे की रक्षा करने, जबरन भर्ती सहित जातीय या धार्मिक संघर्षों को बढ़ाने वाले कार्यों से बचने और तत्काल और लगातार रूप से क्षेत्र को मानवीय सहायता भेजने की अनुमति देने का आह्वान किया हैं।