हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यति नरसिम्हानंद सरस्वती, जो अपने उपहास के लिए प्रसिद्ध हैं, ने पवित्र पैगंबर का अपमान करके अपना मानसिक दिवालियापन साबित कर दिया है। उसके खिलाफ एसडीपीआई की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष दाऊद अहमद सिराज अहमद शेख ने और रजा अकादमी की ओर से मौलाना सैयद जमील ने जालना में एफआईआर दर्ज कराई है।
मुंबई में रज़ा अकादमी के प्रमुख मोहम्मद सईद नूरी द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक ईमेल ज्ञापन दिया गया और विशेष आयुक्त डेविन भारती से भी एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि आप लोगों को पाइधोनी जाना चाहिए, तो उनके साथ मुहम्मद सईद नूरी, मौलाना खलीलुर्रहमान नूरी, मौलाना इजाज कश्मीरी और कई युवक पाइधोनी थाने पहुंचे, लेकिन 2 घंटे तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इसी बीच सीनियर इंस्पेक्टर से बात हुई तो एसीपी आये और उन्होंने कहा कि डीसीपी को सूचना दे दी गयी है। उनका कहना है कि पहले हमें यह देखना होगा कि आवाज वाकई यति नरसिम्हा नंद की है या नहीं, इसलिए अभी एक मौका और दीजिए। काफी देर तक चर्चा चलने के बावजूद पायधोनी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। इस पर प्रतिभागियों ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि डेविन भारती के बयान के बावजूद पाइधोनी पुलिस का व्यवहार अनुचित रहा और कार्रवाई टालमटोल वाली रही।