हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "मसाबीह अल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الحسن المجتبی علیہ السلام:
ألنّاسُ فِي دارِ سَهْوٍ وَ غَفْلَةٍ يَعْمَلُونَ وَلا يَعْلَمُونَ فَاِذا صارُوا إلى الآخِرَةِ صارُوا اِلى دارِ يَقينٍ يَعْلَمُونَ وَ لا يَعْمَلُونَ
इमाम हसन मुजतबा (अ) ने फ़रमाया:
इस संसार में लोग गफ़लत के घर में हैं। वे वहां क्या कर रहे हैं इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं, और जब वे आखिरत के घर में जाएंगे, तो वे निश्चितता की स्थिति तक पहुंच जाएंगे, और वहां उन्हें सब कुछ पता चल जाएगा, लेकिन (तब उन्हें) कोई फायदा नहीं होगा। कोई अमल नहीं कर पाएंगे।
मसाबीह अल-अनवार, भाग 2, पेज 271